
रविवार यानी 9 नवंबर को मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है. ये मोदी मंत्रिमंडल का पहला विस्तार होगा. इसमें दस नए मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है. मिलिए नरेंद्र मोदी के कैबिनेट मंत्रियों से
सबसे बड़ी खबर ये है कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर मोदी सरकार में नए रक्षा मंत्री हो सकते हैं. अब तक रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास है. खुद मनोहर पर्रिकर की बातों से लग रहा है कि वो अब पणजी छोड़ नई दिल्ली आने वाले हैं.
पत्रकारों के सवाल पर पर्रिकर ने कहा कि जिसे मंत्री बनाना है, पहले वो मिल तो लें. इसके बाद ही वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने प्रधानमंत्री आवास 7 आरसीआर पहुंचे. मोदी से मिलने से पहले पर्रिकर ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की. हालांकि पीएम से मुलाकात के बाद पर्रिकर ने रक्षा मंत्री बनने की अटकलों से इनकार कर दिया.
आज तक को मिली हैं ये जानकारियां...
1. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पीएम मोदी के करीबी माने जाने वाले कुछ वरिष्ठ बीजेपी नेताओं ने तीन सूची तैयार की है. इन नामों में सबसे बड़ा नाम गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर का है. हालांकि पर्रिकर ने फिलहाल इस जिम्मेदारी को लेकर हामी नहीं भरी है. पर्रिकर ने बीजेपी नेताओं से कहा कि उन्हें दिल्ली पसंद नहीं है, वह गोवा में ही रहना चाहते हैं. पर मौजूदा वक्त में सरकार को रक्षा मंत्री की जरूरत है. ऐसे में पीएम दबाव बनाते हैं तो पर्रिकर यह जिम्मेदारी ले लेंगे.
2. सुरेश प्रभु, दूसरा नाम है जिसे केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. प्रभु शिवसेना के नेता हैं और मौजूदा वक्त में दोनों पार्टियों के रिश्ते सामान्य नहीं हैं. लेकिन प्रधानमंत्री हर हाल में प्रभु को अपनी टीम में चाहते हैं. अगर शिवसेना नहीं मानती है तो बीजेपी सुरेश प्रभु को अपने कोटे से राज्यसभा सांसद बना सकती है. आपको बता दें कि सुरेश प्रभु प्रधानमंत्री के साथ जी 20 समिट में हिस्सा लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन जा रहे हैं.
3. राजस्थान के कोटे से 2 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं. वसुंधरा राजे ने सुझावों की सूची पीएम को भेजी है. मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा के लिए राजे 8 नवंबर को दिल्ली आ सकती हैं.
4. झारखंड में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इसका असर मंत्रिमंडल विस्तार में भी दिखेगा. यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा को वित्त राज्य मंत्री बनाया जा सकता है. जयंत सिन्हा के अनुभव को देखते हुए उन्हें निर्मला सीतारमण द्वारा संभाली जा रही यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है.
5. बीजेपी ने गैर-जाट को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया है. ऐसे में पार्टी जाट मतदाताओं की नाराजगी से बचने के लिए राज्य के किसी जाट नेता को केंद्र में लाने की तैयारी कर रही है. खबर है कि राव वीरेंद्र सिंह कैबिनेट पद के लिए जोरदार लॉबिंग कर रहे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि वे मंत्री बन भी सकते हैं.
6. पश्चिम बंगाल में पार्टी के विस्तार को ध्यान में रखते हुए बीजेपी किसी नए सांसद को मंत्री बना सकती है. इस लिस्ट में बाबुल सुप्रियो सबसे आगे हैं, वैसे पीएम चंदन मित्रा के नाम पर भी विचार कर रहे हैं.
7. मुख्तार अब्बास नकवी को संगठन में अच्छे काम का इनाम मिल सकता है.
8. कुछ नाम ऐसे भी हैं जिन्हें लेकर कयासों का बाजार तो गर्म है, पर वे इस बार भी मंत्री बनने से चूक सकते हैं. खबर है कि राजीव प्रताप रूडी और शाहनवाज हुसैन फिलहाल टीम मोदी का हिस्सा नहीं बन पाएंगे. वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत को भी इंतजार करना पड़ सकता है.
9. प्रधानमंत्री 14 नवंबर को जी 20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया रवाना हो जाएंगे. फिर फिजी का दौरा और वहां से लौटने के बाद SAARC समिट में भाग लेने के लिए उन्हें नेपाल जाना है. ऐसे में प्रधानमंत्री के पास मंत्रिमंडल विस्तार का यही मौका है. प्रधानमंत्री अपने नए मंत्रियों को 24 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से पहले मंत्रालय के काम को समझने का वक्त देना चाहते हैं, ताकि वह संसद में अपने-अपने मंत्रालयों से जुड़े सवालों के जवाब दे सकें.