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केरल: स्कूल-कॉलेजों में पढ़ाई जाएगी संविधान की प्रस्तावना, सरकार कर रही विचार

केरल सरकार स्कूलों और कॉलेजों की असेंबली में अब संविधान की प्रस्तावना पढ़ने की योजना पर विचार कर रही है. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि सरकार इस मामले में जरूरी कदम उठाएगी.

केरल के सीएम पिनराई विजयन (फोटो-pinarayi vijayan Twitter) केरल के सीएम पिनराई विजयन (फोटो-pinarayi vijayan Twitter)
ऐश्वर्या पालीवाल
  • कालीकट,
  • 06 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 12:23 AM IST

  • कालीकट में एक कॉन्क्लेव में सीएम पिनराई विजयन ने किया एलान
  • स्कूल-कॉलेजों की असेंबली में पढ़ाई जाएगी संविधान की प्रस्तावना

केरल सरकार स्कूलों और कॉलेजों की असेंबली में अब संविधान की प्रस्तावना पढ़ने की योजना पर विचार कर रही है. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि सरकार इस मामले में जरूरी कदम उठाएगी. उन्होंने कहा, 'संविधान की सुरक्षा की जरूरत के मद्देनजर सामाजिक जागरूकता फैलाने के लिए राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि स्कूल और कॉलेज की असेंबली में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी जाए.'

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सरकार ने यह फैसला कॉलेज यूनियन नेताओं की उस मांग के बाद लिया है, जिसमें कहा गया था कि ऐसे समय जब संविधान और उसके मूल्य खतरे में हैं, संविधान की पढ़ाई करिकुलम का अहम हिस्सा होना चाहिए.

सीएम पिनराई विजयन कालीकट में स्टूडेंट लीडर कॉन्क्लेव को संबोधित कर रहे थे. इस कॉन्क्लेव में कई अहम एलान भी हुए, जिसमें कॉलेज यूनियन इलेक्शन में महिला प्रतिनिधियों के लिए 50 प्रतिशत रिजर्वेशन, सेक्स एजुकेशन को करिकुलम का हिस्सा बनाना, कैंपस पॉलिटिक्स को लेकर कानून बनाना और लड़कियों के लिए बिना किसी प्रतिबंध के यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी हफ्ते के सातों दिन और 24 घंटे खोलना शामिल है.

पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी के 135वें स्थापना दिवस समारोह में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी और कार्यकर्ताओं को शपथ दिलाई थी. प्रियंका ने कांग्रेस नेताओं के बलिदान को याद करते हुए कहा था कि कार्यकर्ताओं को पार्टी के महान नेताओं के पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि वे संविधान पर हमला करने वालों का विरोध करेंगी. प्रियंका गांधी इसके बाद रणनीतिक और कार्ययोजना कमेटी के साथ बैठक करेंगी.

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इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, 'हम अंतिम पायदान पर खड़े इंसान की आवाज हैं. हम किसान, नौजवान, मजदूर, महिलाएं और हर मजलूम की आवाज हैं. प्रेम, भाईचारा, शांति, सत्य का अंदाज हैं. हम कांग्रेस हैं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 135वें स्थापना दिवस पर हम गर्व से अपनी पार्टी की अहिंसा और उदारता की विचारधारा के लिए पूर्ण समर्पण का संकल्प लेंगे.'

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