
बिहार विधानसभा चुनाव के पांचवें और अंतिम दौर के मतदान के लिए प्रचार मंगलवार को खत्म हो गया. आखिरी दौर का चुनाव 5 नवंबर को है और आठ नवंबर को मतगणना होगी. राज्य से लेकर केन्द्र तक की सियासत को हिला देने वाले इन चुनावों के महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुल 30 चुनावी रैलियों को संबोधित किया.
पांचवे और अंतिम चरण में प्रदेश के 9 जिलों के 57 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे. बिहार विधानसभा के पिछले चार चरण की तरह ही इस चरण में भी बीजेपी नीत एनडीए गठबंधन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत महागठबंधन ने अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में जमकर प्रचार किया. खास बात यह रही कि प्रचार विकास, महंगाई, बिजली पानी जैसे बुनियादी मुद्दों से हटकर आरक्षण, असहिष्णुता, तांत्रिक, कवि सम्मेलन जैसे गैर पारंपरिक मुद्दों पर केंद्रित रहा और कई मौकों पर प्रचार की आंच पाकिस्तान तक पहुंची.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एनडीए के स्टार प्रचारक रहे और उन्होंने तमाम व्यस्तताओं के बावजूद 30 रैलियों को संबोधित किया. उनके अलावा बीजेपी अध्यक्ष और पार्टी के प्रमुख रणनीतिकार अमित शाह इस दौरान बिहार में ही डेरा जमाए रहे. उनके मुकाबिल महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रचार में अपनी सारी ताकत झोंक दी.
-इनपुट IANS