
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ्रांस, जर्मनी और कनाडा की तीन देशों की अपनी यात्रा को संपन्न कर स्वदेश रवाना हो गए. यात्रा के दौरान फ्रांस के साथ 36 राफेल विमानों की आपूर्ति और कनाडा के साथ यूरेनियम करार सहित विभिन्न महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए.
प्रधानमंत्री ने अपनी रवानगी से पहले ट्वीट किया, ‘गहन संतोष के साथ मैं कनाडा से रवाना हो रहा हूं. यह यात्रा भारत-कनाडा संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगी. कनाडा के लोगों का बहुत बहुत शुक्रिया.’
मोदी ने स्वदेश रवानगी से पूर्व एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘प्रधानमंत्री हार्पर का विशेष रूप से शुक्रिया. एक बेहतरीन मेजबान, शानदार इंसान और बेहद करीबी दोस्त.’ प्रधानमंत्री का विमान दिल्ली की ओर बढ़ने से पहले फ्रैंकफर्ट में ईंधन भरने के लिए कुछ समय रुकेगा. मोदी की इस यात्रा में ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के जरिए भारत के विकास की खातिर निवेश और तकनीक को आकर्षित करने पर विशेष जोर रहा.
अपनी जर्मनी यात्रा के दौरान मोदी ने हनोवर मेले का उद्घाटन किया जिसमें भारत एक साझेदार देश था और इसका शीषर्क ‘मेक इन इंडिया’ रखा गया था. मोदी के इस नौ दिवसीय दौरे का पहला पड़ाव फ्रांस था. पेरिस में अपने प्रवास के दौरान मोदी ने राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद तथा कारोबारी नेताओं से मुलाकात की.
इस दौरान एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए जिसके तहत भारत फ्रांस से उड़ान भरने के लिए तैयार 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदेगा. इसके साथ ही महाराष्ट्र के जैतापुर में बंद पड़ी परमाणु परियोजना पर भी आगे बढ़ने का फैसला किया गया.
इसके बाद, प्रधानमंत्री जर्मनी गए जहां उन्होंने जर्मन चांसलर ऐंजला मर्केल के साथ बातचीत की और जर्मनी से निवेश तथा कारोबार को सुगम बनाने के लिए एक प्रणाली भी स्थापित किए जाने का ऐलान किया. दोनों देशों ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग को विस्तार देने पर भी सहमति जताई. मोदी की यात्रा का अंतिम पड़ाव कनाडा था जहां कारोबारी नेताओं से मुलाकात करने और टोरंटो तथा वेंकूवर में रुकने के साथ ही उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर से ओटावा में मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद कनाडा 25 करोड़ 40 लाख डालर वाले एक पंचवर्षीय सौदे के तहत इस साल से भारतीय परमाणु रिएक्टरों की खातिर भारत को तीन हजार मेट्रिक टन यूरेनियम की आपूर्ति को सहमत हुआ.
इस यात्रा के बारे में उन्होंने ट्वीट्स किए-