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इस रोग के कारण होती है देशभर में एक चौथाई लोगों की मौत

डॉ. खन्ना ने सबसे पहले कोर्स के एजेंडा का संक्षिप्त विवरण दिया और बताया कि विभिन्न रोगों के इलाज में आधुनिक उपकरणों के महत्व पर जागरूकता बढ़ाने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है.

फोटो: Getty फोटो: Getty
रोहित
  • ,
  • 30 जून 2018,
  • अपडेटेड 12:38 PM IST

इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स से जाने-माने इंटरवेंशनल कार्डियोलोजिस्ट डॉ एन.एन. खन्ना ने शुक्रवार को देश में मौजूद कई वैस्कुलर बीमारियों के कारण और इलाज पर रोशनी डाली और इनकी तुलना अंतर्राष्ट्रीय रुझानों के साथ की.

देश-विदेश से जाने-माने विशेषज्ञ डॉक्टरों ने होटल ताज पैलेस में आयोजित दसवें एशिया पेसिफिक वैस्कुलर इंटरवेंशनल कोर्स में हिस्सा लिया.

इस मौके पर डॉ. खन्ना ने कहा, "जीवनशैली की आदतों का बड़ा असर व्यक्ति के स्वास्थ्य पर पड़ता है. तीव्र शहरीकरण के साथ बीमारियों में भी बदलाव आया है, गैर-संचारी रोगों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अकेले कार्डियोवैस्कुलर रोग देश में होने वाली एक चौथाई मौतों का कारण बन चुके हैं."

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उन्होंने कहा कि "खाने-पीने की गलत आदतों के चलते उच्च कॉलेस्ट्रॉल, मोटापा एवं कुपोषण जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं. इसके अलावा बढ़ते तनाव के साथ हालात और भी बदतर होते जा रहे हैं."

डॉ. खन्ना ने सबसे पहले कोर्स के एजेंडा का संक्षिप्त विवरण दिया और बताया कि विभिन्न रोगों के इलाज में आधुनिक उपकरणों के महत्व पर जागरूकता बढ़ाने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है.

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एशिया पेसिफिक वैस्कुलर इंटरवेंशन कोर्स तीन दिवसीय प्रोग्राम है, जिसमें दुनियाभर से फिजिशियन और वैज्ञानिक हिस्सा ले रहे हैं. यह मंच इन विशेषज्ञों को मौजूदा प्रथाओं, रोगों के प्रबंधन एवं मूल्यांकन, आधुनिक एंडो वैस्कुलर तकनीकों पर चर्चा करने का मौका प्रदान करता है. यह एक व्यापक और इन्टरैक्टिव कोर्स है जो एंडोवैस्कुलर इंटरवेंशन्स के क्षेत्र में आधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी के आदान-प्रदान के लिए महत्वपूर्ण मंच की भूमिका निभाता है.

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कार्यशाला के दौरान सिमुलेशन आधारित प्रशिक्षण सत्रों, वेनस कार्यशालाओं का आयोजन किया गया. दुनियाभर से आए विशेषज्ञों ने चुनौतीपूर्ण मामलों पर चर्चा की.

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