
वाराणसी की एक अदालत में बुधवार को यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. वाराणसी मानवाधिकार जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता चंद्रशेखर सिंह ने कोर्ट में गुहार लगाई थी कि केशव को सिक्कों से तौले जाने से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. साथ ही कानूनों को तोड़ा गया है.
कानपुर में सिक्कों से तौले गए केशव
इसके बाद केशव के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. इस मामले में 30 अप्रैल को अदालत पहली सुनवाई करेगी. केशव प्रसाद मौर्य जब वाराणसी के दौरे पर आए थे तब उनके एक समर्थक ने विवादास्पद पोस्टर जारी कर दिया था. पोस्टर में केशव को भगवान कृष्ण की तरह दिखाया गया था. इसके बाद कानपुर में उन्हें सिक्के से तौले जाने की बात सामने आई थी.
केशव के लिए सख्त सजा की मांग
शिकायत दर्ज करानेवाले मानवाधिकार वादी चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि वाराणसी की जनता मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं और केशव प्रसाद मौर्या जबसे अध्यक्ष बने हैं, तरह-तरह के नाटक कर रहे हैं. लिहाजा अब इनके विरोध में जेएम फर्स्ट की अदालत में गुहार लगाई गई है. हमने अदालत से उनके लिए सख्त सजा की मांग की है.
कानूनन अपराध है सिक्कों का दुरुपयोग
इस मामले में अधिवक्ता गिरिजेश कपूर ने बताया कि सिक्के से तौला जाना कानून में वैधानिक नहीं है. सिक्का कारोबारी प्रचलन के लिए होता है. इसे बटखरे या तराजू की तरह इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. वहीं मामला दाखिल कराने वाले चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि मुद्रा अधिनियम के तहत यह एक जघन्य अपराध है. इसके साथ ही भारतीय दंड संहिता में भी यह अपराध है.