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दाऊद इस तरह चला रहा अपना कारोबार, आजतक पर पढ़िए पूरी बातचीत

आज तक के हांथ लगा है दाऊद इब्राहिम का का हिंदुस्तान में बाच-चीत करते हुए का वो फोन काल जो आज से पहले दुनिया के किसी भी टीवी चैनल पर ना आपने कभी सुना होगा और ना अखबारों में कहीं जिक्र सुना होगा.

दाऊद इब्राहिम (फाइल फोटो) दाऊद इब्राहिम (फाइल फोटो)
आशुतोष कुमार मौर्य/अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 09 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 7:38 AM IST

हिंदुस्तान का सबसे बड़ा दुश्मन मोस्ट वांटेड डॉन दाऊद इब्राहिम मुंबई में हुए 1993 बम धमाकों के ठीक पहले हिंदुस्तान से फरार हो गया. हिंदुस्तान से फरार होने के बाद उसने सालों तक दुबई को अपना ठीकाना बनाया. लेकिन भारतीय जांच ऐजेंसिंयों ने जब शिकंजा कसना शुरु किया तो वो पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की खुफिया ऐजेंसी आईएसआई की पनाह लेकर अपना नया ठीकाना कराची बना लिया. अब वह कराची में बैठकर मुंबई समेत पूरे अंडरवर्ल्ड पर अपनी हुकुमत चला रहा है.

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दरअसल कराची में बैठा दाऊद इब्राहिम रिमोट कंट्रोल की तरह हर देश में मौजूद अपने गुर्गों के जरिए अपना धंधा चलाता है और खुद कराची के सेफ हाउस में बैठा रहता है. डी कंपनी के उसके गुर्गे अपना काम करते रहते हैं. और जहां कोई परेशानी आती है फिर दाऊद खुद को आगे करता है और एक फोन कॉल से सारी परेशानी खत्म.

आज तक के हांथ लगा है दाऊद इब्राहिम का का हिंदुस्तान में बाच-चीत करते हुए का वो फोन काल जो आज से पहले दुनिया के किसी भी टीवी चैनल पर ना आपने कभी सुना होगा और ना अखबारों में कहीं जिक्र सुना होगा. यहां पढ़िए पूरी बातचीत-:

दाऊद- हैलो

यासिर (दुबई में बैठा दाऊद का आदमी)- हैलो. सलाम वालेकुम

दाऊद- वालेकुम सलाम, यासिर

यासिर- जी भाई आप कॉल कर रहे थे

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दाऊद- आवाज आ रही है

यासिर- जी जी बिल्कुल आ रही है

दाऊद- जी! यासिर क्या हाल है

यासिर- अलहमदुल्लीलाह भाई, आप कैसे हैं

दाऊद- अल्लाह का शुक्र है. क्या हाल है. क्या रिपोर्ट है

यासिर- बस वो एग्रीमेंट मेल कर दिया था मैंने

दाऊद- हां मेरे को बताया था की मैं. असाइनमेंट हो गई उसके

यासिर- कल सुबह इरफान भाई देंगे

दाऊद- ठीक है.

यासिर- कल सुहब मुझे दे देंगे तो फिर मैं काम करूंगा

दाऊद- ठीक है.

यासिर- आपको ई-मेल कर दूंगा. जाकिर भाई को ई-मेल कर दूंगा. साइन वाला

दाऊद- ठीक है. सही है. और क्या हाल है मार्केट की क्या पोजिशन है.

यासिर- अभी तक तो सही है. मार्केट स्ट्रांग है अभी. इस महिने में हो ये रहा है की अच्छा माल लोग बेच नहीं रहे.

दाऊद- हमम हमम

यासिर- लोग रोक के बैठे हैं.

दाऊ- अच्छा

यासिर- जी

दाऊद- अच्छा. और उसकी क्या पोजिशन है. अपने ESCROW अकाउंट की क्या पोजिशन है.

यासिर- नहीं अभी तक मिला नहीं है. इस हफ्ते का कह रहे हैं.

दाऊद- क्या बोल रहे हैं.

यासिर- कह रहे है की अंडर प्रोसेस है.

दाऊद- अच्छा

यासिर- जी

दाऊद- तो क्या. प्रोसेस क्या होता है इसमें

यासिर- प्रोसेस तो ये होता है की. पहले आप बैंक से बात कर लेते हो. और बैंक जो है वो आपको एस्क्रो अकाउंट खोल देती है. उससे पहले आपको एस्क्रो अकाउंट से पहले आपको जो प्रोजेक्ट है वो लैंड्स डीपार्टमेंट में रजिस्टर्ड करवाना होता है प्रोजेक्ट को

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दाऊ- हां हां

यासिर- और यूनिट भी रजिस्टर्ड कराने होते हैं. उसके बाद आप एस्क्रो अकाउंट अप्लाई करते हो.

दाऊद- हां हा

यासिर- तो में रोज पूछ रहा हूं इरफान भाई से. पहले तो उन्होंने इस हफ्ते का बोला था. अल्ला करे वो लोग दें दे. इसमें क सुबह तक दें दें

दाऊद- इंसा अल्लाह, आमिन, ठीक है

दाऊद इब्राहिम और दुबई में बैठे उसके करीबी यासिर जो की पाकिस्तानी है उसके बीच की ये बात- चीत दरअसल दुबई के बेहद पौश इलाके में शुरु होने वाले एक हाउसिंग प्रोजेक्ट को लेकर चल रही है. दाऊद दुबई में बैठे यासिर से पूरे प्रोजेक्ट की फिलहाल जानकारी ले रहा है.

यासिर- सब जो है, बड़ी बेताबी से इंतजार कर रहे हैं एस्क्रो अकाउंट का

दाऊद- सही है. ठीक है मैं उसको बूला लूंगा फिर उसके बाद

यासिर- जी

दाऊद- बूला लूंगा. वो क्या रहा एडवरटाइजिंग का

यासिर- एडवरटाजिंग का एग्रीमेंट तो मेंने साइन कर दिया है

दाऊद- हां हां

यासिर- मीडिया प्लान जो है वो साइन किया है मैंने...तो उसका जो आर्टवर्क होगा जो डिजाइनिंग होगी वो डीजाइनिंग हमें मिराज़ में सबमिट करंगे अप्रूवल के लिए, उसके बाद

दाऊद- हां हां

यासिर-अप्रूवल के बाद ही वो लग सकता है तो डिजाइनिंग में जो है अभी 15 दिन लगेंगे

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दाऊद- हां हां

यासिर- और फिर हम मिराज़ में सबमिट कर देंगे अप्रूवल के लिए

तो आखिर दुबई में कौन सी है दाऊद की प्रोपर्टी जिस पर चल रही है दाऊद और उसके करीबी के बीच की बात-चीत. खुलासा जारी है वो भी खुद मोस्ट वांटेड डॉन दाउद इब्राहिम की जुबानी.

दाऊद- ठीक. इसमें किसका नाम आएगा.

यासिर- उसमें इरफान भाई तो जब मीडिया प्लान के बारे में बताया था. उनका ये कहना था की डेवलप बाई मिराज. अल खेल हाईट्स ओंड बाई टेक्चर होल्डिंग

दाऊद- हममम हममम

यासिर- तो और किसी का नाम नहीं डालेंगे

दाऊद- हां हां

यासिर- बस ये है की वो नम्बर डालना जरुरी है...इंशाह अल्लाह उनसे

दाऊद- फोन नम्बर ना

यासिर- जी जी फोन नम्बर. फिर वही वाला डालना पड़ेगा

दाउद- ठीक है.

भारतीय जांच ऐजेंसी ने इस कॉल को साल 2014 में उस वक्त रिकार्ड किया था जब अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम दुबई के पॉश इलाके में एक बड़ा हाउसिंग प्रोजेक्ट लॉंच करने की तैयारियों में जुटा था. प्रोजेक्ट का नाम था 'अल-खेल हाइट्स'. पढ़िए दाऊद की आगे की बातचीत.

यासिर- कल में इरफान भाई के साथ बैठ जाउंगा. उनको समझाउंगा उनको बताउंगा की देखिए नम्बर तो जरुरी है वरना लोग हमें किधर फोन करेंगे. मैं उनसे ये भी बोलूंगा की देखिए हमें. हम तो बिल्डिंग खरीदते हैं. हमें रिटेल तो करना नहीं है. जितनी भी इन्कावयरी आएगी तो हम बिल्डिंग ओनर को फारवर्ड कर देंगे

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दाऊद- हमम हममम

यासिर- और हो सकता है की इनक्वायरी में किसी को बिल्डिंग भी चाहिए हो किसी को विला चाहिए हो. नम्बर तो जरूरी है.

दाऊद- सही है.

यासिर- लेकिन सबसे जरूरी है. एस्क्रो अकाउंट है.

दाऊद- हां हां

यासिर- आज मैंने इरफान भाई को बताया की हमें आज एक्चुअली वो कॉल आया था लैंड्स डीपार्टमेंट से

दाऊद- हां हां

यासिर- दरअसल सिटी स्पेस में हमारा स्टैंड भी था, जिसमें हमने अल खेल हाइट्स के पोस्ट भी लगाए थे बड़े बड़े, तो आज उन्होंने फोन किया और बोला कि आप अल खेल हाइट्स बेच रहे हो. तो मिराज़ की तरफ से हमें कोई इन्फोर्मेंसन नहीं है. तो कल हम डाक्यूमेंट्स लेके जा रहे हैं.

दाऊद- अच्छा, तो मिराज़ के डाक्यूमेंट्स का अपन लोगों ने लिया है ना

यासिर- जी मिराज से टैक्चर ने लिए हैं. टैक्चर से हमने लिए हैं.

दाऊद- सही है

यासिर- वो तो इश्यू नहीं है. लेकिन इनको फॉलो करना होगा. जाना जरूरी है.

दाऊद- सही है

यासिर- इंशाह अल्लाह ये एस्क्रो अकाउंट मिल जाए तो, जी.

दाऊद- टैक्चर को ये तो नहीं है ना की तुम्हारे नाम के अलावा किसी को नहीं दे सकते.

यासिर- नहीं ऐसी कोई कंडीशन नहीं है. मिराज़ ने टैक्चर को आथराइजेशन लेटर दिया है जो टैक्चर आगे बिल्डिंग आनर को आथराइज कर सकता है माल बेचने के लिए.

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दाऊद- सही है

यासिर- और टैक्चर जो है वो लेटर भी इश्यू कर सकता है जो ऐजेंट्स क्लाइंट्स को साइट में ले जाना चाहते हैं.

दाऊद- लेकिन मिराज़ जो है ना थोड़ा ठंडा है. उसको धक्का देना पड़ता है.

दाऊद- हां हां. नहीं इंशाह अल्लाह जब इतना आफिसियली है तो इंशाह अल्लाह कहीं नहीं जानी चाहिए.

यासिर- जी अभी मैंने इरफान भाई से तोई आठ-दस चीजें मांगी हैं के आप मुजे ये सब चीजें जो ये सब मटिरियल है आप मुझे एक हफ्ते में पूरा करके दो. जैसे एस्क्रो अकाउंट नम्बर है. एडवरटाइजिंग के अप्रूवल हैं. और जो राइट ड्राइंग हैं. मैंने ये कहा दुबई मुंसिपालिटी से स्टांप करवा के दें. स्टांप आनी चाहिए और उनकी जो फाइल्स होता है प्रोजेक्ट की जो कंसलटेंस आती है. जो हम एडवरटाजिंग में इस्तेमाल करते हैं. हाई डेफिनेशन फाइल वो भी चाहिए मीडिया प्लान के लिए. फिर ये 7-8 चीजें हैं, तो मैं रोज इरफान भाई को फॉलो कर रहा हूं.

दाऊद- ठीक है तो इंशाह अल्लाह मैं जल्दी बुला लूंगा उसको फिर बात करता हूं.

यासिर- अभी तो एस्कान में भी आजकल वो बिजी हो रहे हैं. एस्कान का ये है की वो सारी कंसालिडेशन करके हमें संडे तक जो है अप्लाई करना है जो ऐज उसमें काफी बिजी हैं.

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दाऊद- कर रहे हैं. फुल्ली सपोर्ट कर रहे हैं.

यासिर- जी कर ही रहे हैं. जिस हिसाब से वो बिजी हैं. सारे क्लिंट्स से घुमा रहे हैं, कि अब तुम्हें क्या चाहिए. कंसालिडेशन वो कर रहे हैं और संडे तक उन्हें खुद अप्लाई करना है. तकरीबन सवा सौ यूनिट की तो कंसालिडेशन होगी. अभी बाकी सवा सौ रह गए हैं.

दाऊद- सही है

यासिर- जिस तरह से काम चल रहा है उसका. लग ही रहा है वो सपोर्ट कर रहे हैं, तभी वो कर रहे हैं.

यासिर और दाऊद इब्राहिम की बात-चीत से साफ हो चुका है की दाऊद के इस हाउसिंग प्रोजेक्ट को फंडिग खुद दाऊद इब्राहिम कर रहा है लेकिन फ्रंट जिस डेवलपर का नाम होगा वो है. मिराज़ और दाऊद के प्रोजेक्ट अल खेल हाइट्स का आनर यानि मालिक होगा टैक्चर ग्रुप. पिछले दिनों दाऊद के दुबई समेत कई देशों में संपत्ति सीज होने की खबरें भी आईं थीं लेकिन भारत सरकार ने किसी भी खबर को पुख्ता नहीं किया था. इन सबके बिच पढ़िए दाऊद इब्राहिम की दुबई की ये डील

दाऊद- सही ठीक है. इंशाह अल्लाह कल मैं मालूम करवा लूंगा. और कोई डीमांड आ रहा है बिल्डिंग की

यासिर- एक दिन छोड़ के कोई ना कोई आता ही है. अभी 3 और बिल्डिंग है. अभी जैसे 7 और बिल्डिंग बिकी हैं और 3 बिल्डिंग्स की और 6 बिल्डिंग्स की और इंक्वायरी चल रही है. लोग आते हैं रोज. कोई ना कोई आता है बिल्डिंग के लिए मिलने.

दाऊद-अच्छा

यासिर- भाई आप कह रहे थे ना के आपके भी लिंक. कुछ जानने वाले हैं जो बिल्डिंग में इंटरेस्टेड हैं.

दाऊद- हां हां

यासिर- तो आप उनसे कह सकते हैं

दाऊद- बिलकुल कह दूंगा. पहले मैं वो ट्रांसफर का मामला एस्क्रो अकाउंट का. ट्रांसफर वाला मामला मालूम कर लूंगा की हो सकता है की नहीं. जो चीजें पूछीं बात कर लूंगा मैं.

यासिर- जो चीज सबसे जरूरी है कि वो एस्क्रो अकाउंट नम्बर दें. दूसरा उनकी राइज वाइस है बिल्डिंग की, वो दुबई मुंसपालिटी के स्टांप के साथ दें

दाऊद- सही है

यासिर- फिर आप बात करेंगे तो सही रहेगा

दाऊद- ठीक है वो बोला ना दे दूंगा

यासिर- जी इरफान भाई ना बोला है

दाऊद- हां तो ठीक है उसके आने दो

यासिर- सही है

दाऊद- आने दो इंशाह अल्लाह मिलेंगे तो वो चीज तो आराम से चली जाएगी.

यासिर- सही है. मैंने इरफान भाई को यही बोला एस्काम में यही हुआ तो इस बार मिराज़ से स्टांप ड्राइंग लें ताकी इसका चांस ही खत्म हो जाए.

दाऊद- सही है. इंशाह अल्लाह कल तुमसे बात करता हूं.

यासिर- ठीक

दाऊद- ओके ओके ओके

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