
कोल ब्लॉक आवंटन मामले में पहले से ही कई आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे नागपुर के एक जाने-माने उद्योगपति मनोज जायसवाल पर अब सीबीआई ने 290.77 करोड़ रुपये के एक बैंक धोखाधड़ी मामले में केस दर्ज किया है.
जांच एजेंसी ने दो दिन पहले जायसवाल के घर और दफ्तर पर छापा मारा. अन्य आरोपियों सहित उनके खिलाफ वित्तीय वर्ष 2011-2013 के दौरान केनरा और विजया बैंक से साख पत्र हासिल करने के लिए धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज किया है.
सीबीआई के अनुसार, कुल 290.77 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के लिए केनरा बैंक और विजया बैंक की ओर से दर्ज शिकायत के आधार पर यह छापेमारी की गई. प्राथमिकी में दर्ज कंपनियों के नाम अभिजीत परियोजना, अविजीत परियोजना और सिम्प्लेक्स इंफ्रास्ट्रक्चर हैं.
इन कंपनियों के तत्कालीन निदेशक होने के चलते मामले में चार लोगों मनोज जायसवाल, उनके बेटे अभिषेक जायसवाल, अरूण कुमार श्रीवास्तव और पीएन. कृष्णन पर केस दर्ज किया गया है. इन पर IPC की धारा 120-बी और 420 के तहत केस दर्ज किया गया है.