
केंद्र सरकार ने सीबीआई के डीआईजी तरुण गौबा को उनके स्टेट कैडर (उत्तर प्रदेश) में वापस भेज दिया है. तरुण गौबा का कार्यकाल अक्टूबर 2019 तक था, लेकिन समय से पूर्व ही उनका तबादला कर दिया गया है. बता दें कि तरुण गौबा सीबीआई के पूर्व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ चल रहे करप्शन केस की जांच कर रहे थे.
सीबीआई के प्रवक्ता के मुताबिक तरूण गौबा के निजी अनुरोध पर समय से पहले ही उन्हें उनके स्टेट कैडर में वापस भेज दिया गया है.
सीबीआई के मुख्य सूचना अधिकारी नितिन वाकणकर ने कहा कि तरुण गौबा सीबीआई में अपने 7 साल के कार्यकाल से ज्यादा नहीं रह सकते थे. उनका कार्यकाल अक्टूबर में खत्म हो रहा था. गौबा के व्यक्तिगत अनुरोध पर उनका ट्रांसफर उनके राज्य कैडर में कर दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक तरुण गौबा का चयन अमेरिका के मशहूर फुलब्राइट स्कॉलरशिप के लिए हुआ है. इस स्कॉलरशिप का अध्ययन अगस्त से शुरू हो रहा है. मूल कैडर में जाने के बाद तरुण गौबा यहां से ही स्कॉलरशिप के लिए अमेरिका जाएंगे.
सीबीआई के पूर्व अतिरिक्त निदेशक एम नागेश्वर राव ने अस्थाना के खिलाफ जांच की निगरानी के लिए तरुण गौबा को नियुक्त किया था. तरुण गौबा 2001 के बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं. उन्हें राकेश अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए बनी टीम का इंचार्ज बनाया गया था. उन्हें ये जिम्मेदारी पिछले साल अक्टूबर में दी गई थी, तब तरुण गौबा ने एमके सिन्हा का स्थान लिया था. पिछले साल सीबीआई में दो शीर्ष अफसरों आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना के बीच टकराव का मामला खुलकर सामने आ गया था.