
छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा की याचिका की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया है कि अंतरिम निदेशक नागेश्वर राव केवल रूटीन के काम निपटाएंगे और कोई नीतिगत फैसला नहीं लेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने राव की तरफ से लिए गए फैसलों की लिस्ट भी बंद लिफाफे में मांगी है. अगली सुनवाई 12 नवंबर को होगी.
नागेश्वर राव ने पद संभालते ही 13 सीबीआई अफसरों को हटा दिया था. इनमें से कई के ट्रांसफर कर दिए थे तो कुछ की जिम्मेदारियों में बदलाव कर दिया था. उन्होंने दोनों अधिकारियों पर लगे आरोपों की जांच करने के लिए एसआईटी भी बना दी थी. मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले गुरुवार को सीबीआई के प्रवक्ता ने सफाई दी थी दोनों अधिकारियों को केवल छुट्टी पर भेजा गया है. आलोक वर्मा अभी भी सीबीआई डायरेक्टर हैं और राकेश अस्थाना स्पेशल डायरेक्टर. नागेश्वर राव तब तक अस्थायी डायरेक्टर बने रहेंगे जब तक इस मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती.
नागेश्वर ने इनको दिखाया था रास्ता
अजय बस्सी- बस्सी दिल्ली हेडक्वार्टर में डिप्टी एसपी के पद पर तैनात थे और राकेश अस्थाना घूसकांड की जांच कर रही टीम का नेतृत्व कर रहे थे. इनको पोर्ट ब्लेयर भेज दिया था.
एसएस ग्रूम- एडिशनल एसपी एसएस ग्रूम का ट्रांसफर जबलपुर कर दिया. इन पर डिप्टी एसपी देवेंद्र कुमार की गिरफ्तारी और उनसे जबरदस्ती कोरे कागज पर दस्तखत कराने का आरोप है.
ए. के. शर्मा- ए के शर्मा सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा के करीबी माने जाते हैं और इनका भी ट्रांसफर कर दिया गया.
ए साईं मनोहर- मनोहर को राकेश अस्थाना का करीबी माना जाता है इन्हें चंडीगढ़ भेज दिया गया.
वी मुरुगेसन को चंडीगढ़ भेज दिया गया.
अमित कुमार- डीआईजी की जिम्मेदारी संभाल रहे अमित कुमार को JD, AC1 में नियुक्त दी गई.
मनीष सिन्हा- ये डीआईजी का पद संभाल रहे थे और इनका ट्रांसफर नागपुर कर दिया.
तरुण गौबा- ये भी डीआईजी हैं और इन्हें चंडीगढ़ से दिल्ली बुला लिया.
जसबीर सिंह- ये डीआईजी हैं और इन्हें बैंक धोखाधड़ी विंग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया.
इनके अलावा के आर चौरसिया, रण गोपाल और सतीश डागर की जिम्मेदारियों में भी बदलाव कर दिया.
जांच टीम में तीन नए नाम जोड़े
एसपी सतीश डागर, एक्टिंग ज्वाइंट डायरेक्टर वी. मुरुगुशन और डीआईडी तरुण गौबा को अस्थाना के खिलाफ जांच कर रही टीम में लगाया.