
CBI इस बात की जांच कर रही है कि आखिर एयरसेल-मैक्सिस सौदे से संबंधित 2013 में तैयार जांच रिपोर्ट का मसौदा पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के पास कैसे पहुंचा? प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी के दौरान यह रिपोर्ट चिदंबरम के आवास से बरामद की थी. गुरुवार को CBI सूत्रों ने इसकी जानकारी दी.
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने बताया कि यह दस्तावेज 13 जनवरी को जोरबाग स्थित चिदंबरम परिवार के आवास पर छापेमारी के दौरान जब्त किया गया था. उस दिन एजेंसी ने दिल्ली और चेन्नई में पी चिदंबरम के पुत्र कार्ति चिदंबरम से संबंधित कई परिसरों में छापेमारी की थी. इसके बाद CBI को यह दस्तावेज बरामद होने और उसे जब्त किए जाने के बारे में आधिकारिक नोट भेजा गया है.
माना जा रहा है कि यह दस्तावेज CBI की रिपोर्ट का मसौदा है, जो एयरसेल-मैक्सिस सौदे की जांच से संबंधित है. इसे बाद में सीलबंद कवर में साल 2013 में सुप्रीम कोर्ट को सौंपा गया था. सूत्रों ने संकेत दिए कि जब्त की गई रिपोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जमा कराई गई रिपोर्ट में कुछ समानता है. सूत्रों का कहना है कि सीबीआई अब इस बात की जांच कर रही है कि एयरसेल-मैक्सिस की जांच रिपोर्ट लीक कैसे हुई?
इस बाबत चिदंबरम ने कहा, 'मैं ऐसे मामलों में टिप्पणी नहीं करता.' हालांकि, उनके नजदीकी सूत्रों ने कहा कि अगर जांच एजेंसियां उनसे संपर्क करती हैं, तो वह अपना जवाब देंगे. वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने 13 जनवरी को ईडी की छापेमारी पर कहा था कि जांच अधिकारियों को जोरबाग आवास से कुछ नहीं मिला था, जिसकी वजह से वे शर्मिंदगी महसूस कर रहे थे.