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सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन ने बुधवार को कहा कि राकेश अस्थाना के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए गठित एसआईटी तेजी से निष्पक्ष जांच करेगी. साथ ही एजेंसी ने अस्थाना से विशेष निदेशक की सारी जिम्मेदारियां वापस लेने की भी बात कही.
सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने आज कहा कि सीबीआई की छवि को कोई धब्बा नहीं लगेगा क्योंकि विभाग देश के लिए काम करता है किसी खास व्यक्ति के लिए नहीं. जो भी जांच जरूरी होगी, उसे पूरा किया जाएगा.
सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा कि हमारा विभाग सामान्य रूप से काम कर रहा है. सीबीआई हेडक्वार्टर में कोई सीलिंग या सर्च नहीं की गई.
दयाल के मुताबिक, अस्थाना के खिलाफ एफआईआर मामले में निष्पक्ष और जल्द जांच के लिए एक नई टीम गठित की गई है. सीबीआई एक टीम की तरह काम कर रही है और हमने इस टीम में सबसे बेहतर अफसर को चुना है.
आगे उन्होंने बताया कि इस पुनर्गठित टीम में सबसे बेहतर मौजूदा अफसरों में जॉइंट डायरेक्टर, डीआईजी और एसपी का चुना गया है. सीबीआई विभाग संगठित है और कुछ भी गलत नहीं चल रहा है. एसआईटी के जॉइंट डायरेक्टर अस्थाना के खिलाफ जांच को जारी रखेंगे.
साथ ही उन्हाेंने बताया कि जांच अधिकारियों और सुपरविजन कर रहे अधिकारियों का ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर है. सीबीआई के अंतरिम डायरेक्टर ने अपनी टीम को पीड़ित पक्ष को निष्पक्ष न्याय देने का आदेश दिया है.
अस्थाना के खिलाफ मामले पर उन्होंने कहा कि टीम पर जांच को निष्पक्ष रूप से जल्द पूरा करने का दवाब है. मामले की निगरानी कर रहे डीआईजी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि अहम मामलों में पहले दोषी को सजा मिले.
दयाल ने कहा कि जॉइंट डायरेक्टर नागेश्वर राव नागेश्वर राव ने कल रात(23 अक्टूबर) को ही चार्ज ले लिया था. राव के खिलाफ किसी भी केस को लेकर कोई जानकारी नहीं है.
प्रवक्ता ने सरकार और केंद्रीय सतर्कता आयोग के बयानों पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया कि सीबीआई के निदेशक पद से हटाए गए आलोक वर्मा भी सीवीसी के साथ सहयोग नहीं कर रहे थे.
वर्मा और अस्थाना के बीच जारी संघर्ष के बीच दोनों की सभी शक्तियां वापस ले ली गई हैं. जो देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है.