
भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को सीबीआई ने तलब किया है. कार्ति को 21 जुलाई को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
सीबीआई ने विदेशी निवेश प्रोत्साहन बोर्ड (FIPB) मंजूरी से जुड़े एक मामले में पूछताछ के लिए कार्ति को बुलाया है. आरोप है कि जब कार्ति के पिता पी.चिदंबरम वित्त मंत्री थे, तब मॉरीशस से धन प्राप्त करने के लिए मीडिया समूह आईएनएक्स मीडिया को यह मंजूरी दी गई थी.
यह आरोप है कि कार्ति ने आईएनएक्स मीडिया से उसके खिलाफ मॉरीशस से निवेश हासिल करने के लिए विदेशी निवेश प्रमोशन बोर्ड की शर्तों का उल्लंघन करने को लेकर चल रही कर जांच में हेर-फेर करने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने के लिए धन हासिल किया. सीबीआई के 10 लाख रपए के वाउचर भी मिले थे जो सेवाओं के बदले कथित रूप से दिए गए थे. सीबीआई ने आरोप लगाया था कि ये वाउचर एडवांटेज स्ट्रैटजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड को दिए गए थे. इस कंपनी पर परोक्ष रूप से कार्ति का स्वामित्व है.
वहीं सीबीआई सूत्रों ने बताया कि उन्हें इससे पहले जून में भी तलब किया गया था, लेकिन कार्ति ने जांच एजेंसी के सामने पेश होने के लिए मोहलत मांगी थी. सीबीआई ने आरोप लगाया कि उनके अप्रत्यक्ष नियंत्रण वाली एक कंपनी ने आईएनएक्स मीडिया से धन लिया था. आईएनएक्स मीडिया समूह इंद्राणी और पीटर मुखर्जी चलाते थे.
चिदंबरम ने बताए थे बेबुनियाद आरोप
कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने प्राथमिकी के खिलाफ एक सख्त बयान जारी कर कहा था कि सरकार उनके बेटे को निशाना बनाने के लिए सीबीआई और अन्य जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. चिदंबरम ने कहा था कि FIPB की मंजूरी हजारों मामलों में दी गई. ये मंजूरियां FIPB बोर्ड में शामिल पांच सचिवों की ओर से दी जाती हैं. उनमें से किसी के ऊपर कोई आरोप नहीं है. मेरे ऊपर भी कोई आरोप नहीं है.