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35 हजार में खरीदा लीक CBSE पेपर, फिर खर्च निकालने के लिए दूसरों को लगे बेचने

पुलिस को जो लिखा हुआ पेपर मिला है. उसके लिए वह हैंडराइटिंग का टेस्ट भी करवा सकती है. ये टेस्ट उनपर हो सकता है जिनपर पुलिस को शक है, या जो भी जांच के दायरे में हैं.

प्रदर्शन करते छात्र प्रदर्शन करते छात्र
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 30 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 3:20 PM IST

सीबीएसई पेपर लीक मामले में लगातार कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. दिल्ली पुलिस की छानबीन में पता लगा है कि सीबीएसई का पेपर करीब 35 हज़ार रुपए में किसी अभिभावक ने खरीदा था. लेकिन ये रकम इतनी ज्यादा थी कि उसकी भरपाई करने के लिए उसने उस पेपर को बांटना शुरू कर दिया.

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि 35000 हजार रुपए में पेपर खरीदने के बाद उन्होंने उसे बेचने की सोची और व्हाट्सएप के जरिए कई लोगों तक इसे पहुंचा दिया. इस दौरान ये पेपर किसी को 5000 रुपए में दिया गया तो किसी से 10 हज़ार तक भी वसूले गए. ऐसा करके पेपर की रकम को वसूल लिया गया.

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सूत्रों की मानें, तो पुलिस को जो लिखा हुआ पेपर मिला है. उसके लिए वह हैंडराइटिंग का टेस्ट भी करवा सकती है. ये टेस्ट उनका हो सकता है जिनपर पुलिस को शक है, या जो भी जांच के दायरे में हैं. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सीबीएसई पेपर लीक के मुद्दे पर गुरुवार देर शाम करीब 4 घंटे तक पूछताछ की थी.

पूछताछ में ही दिल्ली पुलिस ने पेपर से जुड़ी सारी जानकारियों के बारे में पूछताछ की. इनमें प्रिंटिंग, ट्रांसपोर्ट, एग्जाम बुकलेट की सुरक्षा आदि से जुड़े सवाल भी शामिल थे. कहा जा रहा है कि करीब 1000 स्टूडेंट्स तक लीक हुआ पेपर पहुंच गया था.

गौरतलब है कि सीबीएसई के पेपर लीक होने से पूरे देश में हड़कंप-सा मच गया है. देशभर में कई जगह स्टूडेंट्स प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं इस मामले में क्राइम ब्रांच भी जांच कर रही है. इस बीच सीबीएसई परीक्षाओं को दोबारा करवाने की तैयारी में जुट गया है.

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पेपर लीक करने वाले मास्टरमाइंड की तलाश जारी

सीबीएसई पेपर लीक मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच ने अब तक इस मामले में 25 लोगों से पूछताछ की है, जिनमें 18 स्टूडेंट्स और 5 ट्यूटर शामिल हैं. हालांकि अब तक क्राइम ब्रांच उस मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंच पाई है, जिसने व्हाट्सऐप पर दोनों पेपर लीक किए.

इससे पहले पुलिस ने दिल्ली में कोचिंग सेंटर चलाने वाले विकी नाम के एक शख्स को मास्टरमाइंड होने के शक में गिरफ्तार किया था, लेकिन जांच में पता चला कि विकी को भी दोनों पेपर व्हाट्सऐप के जरिए ही मिले थे.

जावड़ेकर के घर के बाहर प्रदर्शन

सीबीएसई पेपर लीक के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है. अब नेशनल स्‍टूडेंट्स यूनि‍यन ऑफ इंडि‍या (NSUI) भी छात्रों के समर्थन में आ गई है. एनएसयूआई ने शुक्रवार को छात्रों के साथ दिल्ली में उद्योग भवन के बाहर प्रदर्शन किया.

प्रदर्शनकारी छात्र केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के घर तक मार्च निकाल रहे हैं. CBSE के छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए एचआरडी मिनिस्टर प्रकाश जावड़ेकर के घर के पास धारा 144 लगाकर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.

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