
केंद्र सरकार ने 15 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश रेल परियोजना के लिए करीब 1,000 करोड़ रुपये मंजूर किए. यह बात एक अधिकारी ने बताई. केंद्रीय परिवहन सचिव समरजीत भौमिक ने कहा कि केंद्र सरकार ने शनिवार को त्रिपुरा को बताया था कि उसने पटरी बिछाने और भूमि अधिग्रहण के लिए 580 करोड़ रुपये जारी किए हैं.
आसन हो जाएगी आवाजाही
त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से कोलकाता जाने के लिए असम होकर जाना पड़ता हैं जबकि अगर बांग्लादेश से होकर जाया जाए तो महज 515 किलोमीटर का रास्ता ही तय करना पड़ेगा.
मौजूदा चल रहे काम के बारे में भौमिक ने कहा, 'अगरतला और बांग्लादेश के अखौरा रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाले 15.06 किलोमीटर रेलमार्ग में सीनियर इंजीनियरों और रेलवे अधिकारियों ने तकनीकी बदलाव किए हैं....भूमि की जरूरत कम करने के लिए केंद्र सरकार ने सेतु मार्ग से 3.7 किलोमीटर पटरी बिछाने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है"
वहीं त्रिपुरा के परिवहन मंत्री माणिक डे ने कहा कि रेल संपर्क से दोनों देशों में सामाजिक-आर्थिक और व्यापार संबंध मजबूत होंगे.
पीएमओ की खास नजर
विदेश मंत्रालय बांग्लादेश सीमा के अंदर रेल पटरी बिछाने और भूमि अधिग्रहण करने के लिए 400 करोड़ रुपये देने की सहमति पहले ही दे चूका है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 6-7 जून की बांग्लादेश यात्रा के बाद से कैबिनेट सचिव प्रदीप कुमार सिन्हा परियोजना के कार्यान्वयन का काम देख रहे हैं.