Advertisement

मोदी ने नहीं सुनी केजरीवाल की बात, NEET के खिलाफ अध्यादेश को मंजूरी

इस कार्यकारी आदेश का मकसद उच्चतम न्यायालय के उस फैसले को आंशिक रूप से बदलना है जिसमें कहा गया है कि सभी सरकारी कॉलेज, डीम्ड विश्वविद्यालय एवं निजी चिकित्सा कॉलेज नीट के दायरे में आएंगे. इससे पहले शुक्रवार सुबह केजरीवाल ने चिट्ठी लिखकर केंद्र से NEET को लागू करने की अपील की थी.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
सूरज पांडेय
  • नई दिल्ली,
  • 20 मई 2016,
  • अपडेटेड 5:02 PM IST

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की अपील भी केंद्र सरकार को NEET के खिलाफ अध्यादेश लाने से नहीं रोक पाई. सरकार ने साझा चिकित्सा प्रवेश परीक्षा 'नीट' के दायरे से राज्य बोर्डों को एक एकेडमिक साल के लिए दूर रखने वाले अध्यादेश की घोषणा को मंजूरी दे दी.

केजरीवाल ने लिखी थी चिट्ठी
इस कार्यकारी आदेश का मकसद उच्चतम न्यायालय के उस फैसले को आंशिक रूप से बदलना है जिसमें कहा गया है कि सभी सरकारी कॉलेज, डीम्ड विश्वविद्यालय एवं निजी चिकित्सा कॉलेज नीट के दायरे में आएंगे. इससे पहले शुक्रवार सुबह केजरीवाल ने चिट्ठी लिखकर केंद्र से NEET को लागू करने की अपील की थी. पढ़ें केजरीवाल की चिट्ठी की मुख्य बातें.

Advertisement

1.प्राइवेट कॉलेज के दाखिले में कितनी धांधली होती है, पैसे का खेल चलता है.
2. प्रतिभाशाली छात्रों को छोड़कर पैसे वाले बच्चों का दाखिला 2 नंबर से पैसे लेकर होता है.
3. सुप्रीम कोर्ट ने NEET लागू करने का आदेश दिया है. लेकिन सुनने में आ रहा है कि सरकार अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलट देगी.

4. कई नेताओं, सांसदों के प्राइवेट कॉलेज चल रहे हैं.
5. कई कॉलेजों में गोरखधंधा चल रहा है, इसलिए ये नेता NEET एग्जाम नहीं चाहते.
6. आपसे निवेदन है कि NEET बंद करने का अध्यादेश न लाएं, नहीं तो सन्देश जायेगा कि केंद्र सरकार काला धन रखने वालों का साथ दे रही है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement