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प्याज की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए मोदी सरकार ने कई फैसले लिए हैं. सरकार ने राज्यों से कहा है कि प्रत्यक्ष खुदरा बिक्री के लिए केंद्र सरकार के पास उपलब्ध बफर स्टॉक का उपयोग करें. इस संबंध में राज्य सरकारों को संदेश भी भेजा गया. अब तक 5 राज्य हरियाणा, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, त्रिपुरा और ओडिशा ने इस केंद्र सरकार के बफर से प्याज की मांग की है.
वहीं NAFED को दिल्ली में सफल, मदर डेयरी, NCCF और स्वयं अपने दुकानों के माध्यम से प्याज 24 रुपये प्रति किलो से ज्यादा नहीं बेचने के लिए कहा गया है. केंद्र सरकार ने अपने बफर से दिल्ली सरकार को प्याज देने की पेशकश की है. कर्नाटक से प्याज की खरीफ की फसल पहले ही बाजार में आनी शुरू हो गई है. इससे महाराष्ट्र से आपूर्ति के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में कीमतों पर दबाव कम होगा.
मौजूदा मांग को पूरा करने के लिए महाराष्ट्र में प्याज का पर्याप्त भंडार है. हालांकि, कीमतों को काबू में करने के लिए आपूर्ति पर लगाम लगाई जा रही है. प्याज की उपलब्धता को भी ठीक करने के लिए सरकार हर संभव मदद कर रही है. सरकार व्यापारियों के स्टॉक की सीमा को सीमित करने पर विचार कर रही है. उपलब्धता में किसी भी तरह की कमी को पूरा करने के लिए MMTC को प्याज के आयात के लिए एक टेंडर जारी करने का भी निर्देश दिया गया है.
आने वाले त्योहारी सीजन के दौरान किसी भी आकस्मिक बैठक के लिए NAFED को तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा बांग्लादेश और श्रीलंका को न्यूनतम निर्यात मूल्य से नीचे के निर्यात को तुरंत रोक दिया जाएगा. सरकार के मुताबिक, इस निर्णय का उल्लंघन करते पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
प्याज की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी
बता दें कि देश के कई शहरों में प्याज की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. गुजरात के अहमदाबाद में प्याज की कीमत 60 से 70 रुपये प्रति किलो हो गई है. वहीं दिल्ली में 60 से 80 रुपये किलो के हिसाब से प्याज मिल रहा है. मुंबई में प्याज की कीमत 75 से 80 रुपये किलो तक पहुंच गई है. गुरुग्राम में 80 रुपये किलो को हिसाब से प्याज मिल रहा है.
पिछले साल के सूखे और इस बार मॉनसून की देरी ने प्याज के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं. इस बार महाराष्ट्र के कई जगहों पर मूसलाधार बारिश की वजह से बड़े पैमाने पर प्याज की फसल भी बर्बाद हो गई. नतीजा मंडियों में प्याज की सप्लाई कम हो गई और अब कीमतें खरीदारों को रुलाने लगी हैं.