
दुनिया भर से भारत आने वाले सैलानियों की तादाद मे 7 फीसदी के इजाफे से सरकार खासे उत्साहित है. तभी पर्यटन के क्षेत्र में देसी-विदेशी निवेशकों को आमंत्रित करने और देश में पर्यटन की बेहतरीन संभावनाओं को शोकेस करने की गरज से तीन दिनों का सम्मेलन 21 से 23 सितंबर के दौरान दिल्ली में होगा. इसमें 27 राज्यों की सरकारों के नुमाइंदे अपने अपने यहां की खासियत और यूनिक सेलिंग प्वाइंट्स के साथ आएंगे. इनके अलावा 11 हजार करोड़ रुपये की लागत वाले 600 प्रोजेक्ट्स पर इन्वेस्ट करने की मंशा से दुनिया भर की 70 नामचीन कंपनियां और 150 से ज्यादा इन्वेस्टर इसमें शिरकत करेंगे.
पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा के मुताबिक देश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन की हिस्सेदारी 10 फीसदी है. ऐसे में कई बार पर्यटकों के लिए होटलों के कमरे भी कम पड़ जाते हैं. देश में घरेलू पर्यटकों की तादाद में 15 फीसदी इजाफा और विदेशी सैलानियों की संख्या में सात फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिन-जिन देशों की यात्रा करके आये वहां से आने वाले पर्यटकों की तादाद में पांच से 45 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इस रुझान को देखते हुए सभी रेंज के होटलों में लगभग डेढ़ लाख से ज्यादा कमरों की जरूरत है. लेकिन देश में ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार नहीं है.
केंद्र सरकार के इस समिट में टूरिज्म फाइनेंस कॉरपोरेशन और CII भी मददगार हैं, क्योंकि अब टूरिज्म सिर्फ सैर सपाटे तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अब तो धार्मिक पर्यटन, मेडिकल टूरिज्म, वैलनेस एंड हीलिंग विद नेचर टूरिज्म, एडवेंचर यानी रोमांचक पर्यटन, ग्रामीण और कृषि पर्यटन के खांचे में बंटकर काफी विस्तृत हो गया है. देखने और सुनने के साथ-साथ लोग भारत आकर दूसरे फायदे भी उठाते हैं. उम्दा और सस्ता इलाज एक बड़ा आकर्षण है तभी इसमें करीब 28 फीसदी का इजाफा हुआ है. जाहिर है कि इस क्षेत्र में भी बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर जरूरी है. अस्पताल के साथ ही आसपास अच्छे होटल या ठहरने के और बेहतरीन इंतजाम, पेइंग गेस्ट जैसी सुविधाएं भी जरूरी है.
हवाई अड्डे, होटल, गाइड के साथ बेहतरीन सुरक्षा व्यवस्था इसके लिए बुनियादी जरूरत है. साफ सफाई, खाना-पीना, आराम और सुकून पर्यटकों को खासा प्रभावित करते हैं, सिर्फ अतिथि देवो भव कहने से ही काम नहीं चलने वाला बल्कि पूरा टूरिज्म कल्चर विकसित करने की जरूरत है, तभी सरकार ने नये 24 हवाई अड्डों के साथ पुराने और सिर्फ सैन्य इस्तेमाल के हवाई अड्डों को जनता के लिए खोलने का फैसला किया है. जल्दी ही यहां के लिए कनेक्ट इंडिया उड़ान सेवा चालू हो जाएगी.
पर्यटन मंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया भर को लगता है कि India is must visit destination.. तभी हमने दुनिया में शायद पहली बार दुनिया भर की 12 मुख्य भाषाओं में टूरिस्ट हेल्पलाइन की सुविधा दी है. ये 24 घंटे सातों दिन यानी साल के पूरे 365 दिन रात ये सुविधा मिलेगी. देश में घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2500 करोड़ की स्वदेश दर्शन योजना को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. पूर्वोत्तर को देखो का भी अच्छा असर दिखा. पर्यटकों के दिलों पर भी और सातों राज्यो में भी.