
ग्रामीण इलाकों में गरीब और निरक्षर जनता के बीच डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के केन्द्र सरकार आधार पे का सहारा ले रही है. आधार पे से सिर्फ फिंगरप्रिंट के जरिए फाइनेनशियल ट्रांजैक्शन को पूरा किया जा सकता है.
आधार पे पहले से इस्तेमाल हो रहे आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम का मर्चेंट वर्जन है. इसका इस्तेमाल पहले से प्रचलित ऑनलाइन और कार्ड ट्रांजैक्शन का विकल्प हो सकता है जहां पासवर्ड और पिन की जरूरत पड़ती है.
इस ऐप के जरिए कैशलेस पेमेंट करने के लिए ग्राहकों को सिर्फ अपना आधार नंबर, उस बैंक का नाम जिससे पेमेंट किया जाना है और अपना फिंगरप्रिंट देने की जरूरत है. इस ऐप के जरिए पेमेंट करने के लिए सिर्फ एक सामान्य एंड्रॉएड फोन की जरूरत पड़ेगी और मर्चेंट को बायोमैट्रिंक डिवाइस लगाना होगा.
इस ऐप से बिना किसी कार्ड और पिन नंबर के डिजिटल ट्रांजैक्शन करना संभव होगा. आधार पे ऐप को पॉपुलर करने के लिए सरकार ने बैंको से प्रति ब्रांच 30-40 मर्चेंट को एनरोल करने के लिए कहा है जिससे वह अपने ग्राहकों को कैशलेस पेमेंट की सुविधा दे सकें.
सरकार की योजना है कि आधार पे को पॉपुलर करने के लिए वह मर्चेंट को लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करने पर इंसेंटिव देने की है. आधार पे से ट्रांजैक्शन करने के लिए मर्चेंट को एक बायोमैट्रिक डिवाइस की जरूरत पड़ेगी जिसकी बाजार में कीमत लगभग 2000 रुपये के आस-पास है. सरकार की योजना के मुताबिक मर्चेंट की इस लागत को जल्द से जल्द इंसेटिव के जरिए अदा करने की है जिससे वह लंबे समय तक इस माध्यम का इस्तेमाल करते हुए अपने ग्राहकों को कैशलेस पेमेंट की सुविधा मुहैया करा सकें.
गौरतलब है कि आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम की अपेक्षा आधार पे बाकी डिजिटल पेमेंट माध्यमों से ज्यादा सुरक्षित और सरल है. इस माध्यम का इस्तेमाल करने वाले सभी मर्चेंट बैंक में रजिस्टर्ड होंगे और ग्राहकों का बैंक खाता उनके आधार कार्ड से जुड़े रहने के कारण इसके गलत इस्तेमाल की गुंजाइश नहीं रहेगी.