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छत्तीसगढ़ः सरेंडर करने वाले पूर्व नक्सली की बेरहमी से हत्या

मारे गए पूर्व नक्सली ने मई में एक बड़े धमाके को अंजाम दिया था, जिसमें कई पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. हालांकि वो सरेंडर करने के बाद अपने परिवार के साथ जीवन यापन कर रहा था.

पुलिस मामले की छानबीन कर रही है पुलिस मामले की छानबीन कर रही है
परवेज़ सागर
  • दंतेवाड़ा,
  • 30 अगस्त 2018,
  • अपडेटेड 11:47 AM IST

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने पिछले दिनों आत्मसमर्पण करने वाले अपने एक साथी की धारदार हथियार से हत्या कर दी. मृतक ने 4 दिन पहले ही पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था. पुलिस ने मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

इस वारदात को नक्सलियों ने दंतेवाड़ा जिले के चोलनार गांव में अंजाम दिया. दंतेवाड़ा के एएसपी गोरखनाथ बघेल ने इस संबंध में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मामला किरन्दुल थाना क्षेत्र का है. जहां चोलनार गांव में नक्सलियों ने 55 साल के पोडिया उर्फ ​​गांधी वड्डे की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी.

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एएसपी के मुताबिक वड्डे ने 26 अगस्त को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था. समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक आत्मसमर्पण के बाद वड्डे को पुलिस ने सलाह दी थी कि वह अपने बेटे के साथ रहे. उसका बेटा किरंदुल में राष्ट्रीय खनिज विकास निगम में काम करता है.

पुलिस के अनुसार वड्डे ने सोचा कि उसने वर्षों से नक्सलियों के साथ काम किया है, अगर वह अपने गांव गया तो नक्सली उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. लेकिन उसकी सोच के उलट नक्सलियों ने उसे चोलनार गांव में ही ग्रामीणों के सामने तेज धारदार हथियारों से मार डाला.

एएसपी बघेल ने बताया कि गुरुवार की सुबह इस घटना के बारे में जानकारी मिली. इसके बाद पुलिस दल को मौके पर भेजा गया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए किरंदुल भेजा गया है. उन्होंने बताया कि घटना के लिए जिम्मेदार नक्सलियों का पता लगाने के लिए क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू किया गया है.

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पुलिस अधिकारियों के मुताबिक वड्डे इस साल 20 मई को दंतेवाड़ा के चोलनार इलाके में पुलिस वाहन को उड़ाने की घटना में शामिल रहा था. उस घटना में सात पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. लेकिन बाद में वड्डे ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था.

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