
अपने माता-पिता और गर्लफ्रेंड आकांक्षा शर्मा की हत्या कर दफनाने वाले सीरियल किलर उदयन दास के गुनाहों की चार्जशीट पुलिस ने रायपुर की जिला अदालत में दाखिल कर दी. पुलिस इस हत्यारे के खिलाफ अदालत में 61 गवाहों की सूची भी पेश की है. अब इस मामले पर अगली सुनवाई आगामी 28 फरवरी को होगी.
उदयन की अदालत में पेशी
ट्रिपल मर्डर के आरोपी उदयन दास को पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा से शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लाया गया. उदयन को स्पेशल प्रोटक्शन वारंट पर पश्चिम बंगाल पुलिस रायपुर लेकर पहुंची थी. उसे यहां माता पिता की हत्या के मामले में अदालत में पेश किया गया. उसके खिलाफ पैतृक संपत्ति के लिए धोखाधड़ी करने का मामला भी दर्ज है.
तीन राज्यों में दर्ज हैं मामले
उदयन दास के खिलाफ तीन राज्यों में केस दर्ज हैं. जिनमें पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा में अपहरण, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रेमिका अकांक्षा की हत्या और छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अपने माता पिता की हत्या और धोखाधड़ी का मामला शामिल है.
ऐेसे किया था माता-पिता का कत्ल
दरअसल, करीब 8 साल पहले उदयन दास ने रायपुर के सुंदर नगर में अपने माता-पिता की गला घोंटकर हत्या कर दी थी. और फिर उनके शव घर में ही गड्ढ़ा खोदकर दफना दिए थे. इसके बाद उसने फर्जी पॉवर ऑफ अटॉनी के जरिए अपना घर भी बेच दिया था. यही नहीं उसने अपनी मां का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट भी बनवाया था. और कई महीनों तक उनकी पेंशन भी लेता रहा. फिलहाल, उसके खिलाफ कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट में पुलिस ने सबूतों के साथ तमाम गवाहों को पुख्ता करने की कोशिश की है. ताकि उदयन को उसके गुनाहों की कड़ी से कड़ी सजा मिल सके.
सीरियल देख कर सीरियल किलर बना
इससे पहले उदयन ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया था कि उसने CSI लासवेगास और डेयरडेविल जैसे टीवी सीरियल देखकर अपने मां-बाप और लिवइन पार्टनर को मौत के घाट उतारा. उसने अपनी मां इन्द्राणी का मुंह उस वक्त दबाया, जब वो आलमारी में कपड़े रख रही थी. इस वारदात को अंजाम देने के आधे घंटे बाद उसने पिता बीके दास की भी हत्या कर दी. उदयन ने माता-पिता दोनों शवों को दफनाने से पहले उनके सिर को जूट के बोरे और कपड़े से बांध दिया, ताकि सांस चल भी रही हो तो बंद हो जाए.
फर्जी साइन करके निकालता था पैसे
पुलिस के मुताबिक, इन्द्राणी और बीके दास की हत्या के बाद उदयन ने दोनों के डेथ सर्टिफिकेट अलग-अलग स्थान में बनाया. मां का इटारसी से और पिता का इंदौर से. उसने अपने माता-पिता के खाते से साल 2008 से 2016 के बीच करीब 40 लाख रुपये निकाले हैं. जरूरत के हिसाब से वह कभी-कभी चेक का भी इस्तेमाल करता था. इतना ही नहीं बैंक अकाउंट से पैसे निकलने के लिए उदयन मां-बाप का फर्जी साइन भी किया करता था.