
जग के पालनहार भगवान विष्णु की कृपा से इंसान अपने जीवन की हर कठनाई से पार पाने में सक्षम होता है. कहते हैं कि भगवान तो श्रद्धा के भूखे हैं. मन में आस्था के भाव को देखकर प्रभू ने सबरी के जूठे बेर खाए, दुर्योधन के मिष्ठान छोड़कर विदुर के घर पर केले के छिलके ग्रहण किए. ऐसे हरि को प्रसन्न करने के लिए पूरे भाव से इस मंत्र स्तुति का जाप करें...
शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं,
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम् ।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्,
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम् ॥1॥
सशङ्खचक्रं सकिरीटकुण्डलं सपीतवस्त्रं सरसीरुहेक्षणम्,
सहारवक्षस्स्थलशोभिकौस्तुभं नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम् ।
सशङ्खचक्रं सकिरीटकुण्डलं सपीतवस्त्रं सरसीरुहेक्षणम्,
सहारवक्षस्स्थलशोभिकौस्तुभं नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम् ॥2॥