
बीते दिनों देश की टॉप आईटी कंपनी इन्फोसिस के मैनेजमेंट पर व्हीसल ब्लोअर्स ने कई संगीन आरोप लगाए थे. इस मामले में शेयर मार्केट को रेग्युलेट करने वाली सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी ने बताया कि मामले की जांच जारी है. अजय त्यागी ने कहा कि सेबी पूरे मामले की जांच कर रही है. जब तक इसकी जांच चलती रहेगी, मैं इसके बारे में कुछ नहीं कह सकता. क्या इन आरोपों की जानकारी अमेरिकन रेगुलेटर SEC को सौंपी गई है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कंपनी अमेरिका में भी लिस्टेड है और यह दो रेगुलेटर के बीच का कॉन्फिडेंशियल है.
नंदन नीलेकणि के बयान पर प्रतिक्रिया
इसके साथ ही उन्होंने इन्फोसिस के चेयरमैन नंदन नीलेकणि के भगवान वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर किसी को कुछ पूछना है तो वह नीलेकणि से या भगवान से पूछ सकता है. दरअसल, व्हीसल ब्लोअर्स के आरोपों पर नीलेकणि ने कहा था कि भगवान भी यहां के आंकड़ों में फेरबदल नहीं कर सकता है.
नंदन नीलेकणि ने कहा था , 'ये आरोप कंपनी की छवि खराब करने के उद्देश्य से लगाया गया है. मैंने अपने सह-संस्थापकों के साथ पूरी जिंदगी कंपनी को दिया है. उन्होंने मिलकर यह संस्थान बनाया है जो आज भी निस्वार्थ भाव से काम कर रही है.' नंदन नीलेकणि के मुताबिक इंफोसिस में पारदर्शी सिस्टम है उससे देखते हुए यह कह सकते हैं कि भगवान भी नंबर चेंज नहीं कर सकते हैं. नीलेकणि के इसी बयान पर सेबी प्रमुख ने प्रतिक्रिया दी.
दरअसल, बीते दिनों व्हीसल ब्लोअर्स ने आरोप लगाया कि इन्फोसिस के मैनेजमेंट ने गड़बड़ी की है. आरोप के मुताबिक इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख और सीएफओ निलांजन रॉय ने कंपनी की आमदनी बढ़ाने के लिए अनैतिक कदम उठाए हैं. वहीं इन्फोसिस ने विवाद बढ़ने पर इन्फोसिस ने एक बाहर की लॉ फर्म को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है. रिपोर्ट आने के बाद कंपनी इसे सार्वजनिक करेगी.