
दीपिका पादुकोण ने जबसे दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी जाकर अपना सपोर्ट दिखाया है तभी से उनकी फिल्म छपाक मुश्किल में फंस गई है. ट्विटर पर लोगों ने इस फिल्म को बॉयकॉट करने का नारा लगाना शुरू किया और #BoycottChhapaak ट्रेंड करने लगा. जब फैंस ने लोगों को दीपिका के खिलाफ खड़ा देखा तो वो भी अपनी फेवरेट एक्ट्रेस के सपोर्ट में उतर आए. ऐसे में #ISupportDeepika की शुरुआत हुई.
दीपिका पादुकोण, दिल्ली में अपनी फिल्म के प्रमोशन के सिलसिले में आई थीं. मंगलवार शाम दीपिका JNU गईं और उनकी 10 मिनट की साइलेंट उपस्थिति से सोशल मीडिया और उसके बाहर भी लोगों के बीच हलचल मच गई. इंडिया टुडे डेटा इंटेलिजेंस यूनिट (DIU) ने ट्विटर के हैशटैग का 7 जनवरी के 8 बजे से 8 जनवरी के शाम 5 बजे तक का विश्लेषण किया. ये विश्लेषण, TalkWalker App के Twitter Analytics की मदद से किया गया. इसका अंजाम कुछ ऐसा था:
हैशटैग वॉर
दीपिका के JNU जाने के बाद #BoycottChhapaak की शुरुआत हुई. मंगलवार शाम को ये हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा था. छपाक इस शुक्रवार को रिलीज हो रही है. बीजेपी के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने दीपिका पादुकोण की JNU के विद्यार्थियों के साथ खड़े हुए फोटो शेयर करते हुए लोगों से उनकी फिल्म को बॉयकॉट करने के लिए कहा.
बग्गा के ट्वीट को 30,000 बार रीट्वीट किया गया था.
इसी के बाद दीपिका के सपोर्ट में लोग उतरे और उन्होंने #ISupportDeepika की शुरुआत की.
इस मामले में सबसे जायदा रीट्वीट होने वाले ट्वीट को @thepeeinghuman नाम के ट्विटर हैंडल ने पोस्ट किया था. इस ट्वीट में #ISupportDeepika का इस्तेमाल किया गया था, जिसे 9,800 बार रीट्वीट किया गया.
इन दोनों हैशटैग में काफी घमासान हुआ और दोनों कभी ऊपर तो कभी नीचे होते रहे.
ध्यान देने वाली
जहां #BoycottChhapaak दीपिका पादुकोण और उनकी फिल्म दोनों को टारगेट कर रहा था वहीं ध्यान देने वाली बात ये भी है कि ऐसा करने वाली सभी यूजर्स फिल्म के खिलाफ नहीं थे.
लोगों की सोच दीपिका के सपोर्ट और छपाक के बॉयकॉट में अलग-अलग थी. ऐसे में ये बात साफ होती है कि हैशटैग, नंबर और किसी के नाम को लेने से इस जंग को कौन जीता ये बात साबित नहीं हो पाएगी. दोनों ट्रेंड दोनों तरफ के लोगों ने इस्तेमाल किए थे और दोनों का मकसद अलग था.