
छठ पूजा के त्योहार को महापर्व कहा जाता है. यह दिवाली के छठे दिन शुरू होता है इसलिए इसे छठ पर्व कहा जाता है.
ऐसी मान्यता है कि छठ पूजा के चार दिनों के दौरान सूर्य और छठी माता की पूजा करने वाले लोगों की हर मनोकामना पूरी होती है.
ये मनोकामनाएं होती हैं पूरी
- सूर्य और छठी माई धन दौलत, नौकरी व्यापार, संतान, मकान ,गाड़ी, अच्छी संतान पाना और अच्छी सेहत सब देती हैं.
- जिनको संतान ना हो उनको संतान देती हैं.
- त्वचा से सम्बन्धी रोग को खासकर ठीक कर देती हैं.
जो छठ व्रत नहीं कर सकते वह क्या करें
- जो छठ व्रत नहीं कर सकते हैं, वो अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए चार दिन सूर्य की पूजा करें.
- सूर्य को ताम्बे के लोटे से गुड़ जल से अर्ध्य दें. सूर्य को धूप दीपक दिखाएं.
- सूर्य को फल मिठाई ,नारियल लाल सिंदूर चढ़ाएं.
- छठ पर्व के दौरान चारों दिन पूरी सफाई और सात्विकता बरतें.
- किसी छठ व्रतधारी की सेवा और सहायता करें.
- गुड़ और आटे की विशेष मिठाई 'ठेकुवा' जरूर बनाएं.
- फिर इसे गरीबों और बच्चों में बांटें.
- छठ के दोनों ही अर्घ्य जरूर दें और सूर्य देव से कृपा की प्रार्थना करें.
- छठ का व्रत रखने वाले लोगों के चरण छूकर आशीर्वाद जरूर लें.
अगर हर साल करते हैं और इस साल नहीं कर पा रहे हैं तो क्या करें...
अगर आप हर साल छठ का व्रत करते हैं, लेकिन किसी कारण से व्रत नहीं कर पा रहे हैं तो आप किसी दूसरे से भी अपना प्रसाद चढ़वा सकते हैं. यहां तक कि आस-पड़ोस में भी यदि कोई व्रती है तो आप उसे अपना प्रसाद दे सकते हैं. आपके बदले छठी माई को वो व्यक्ति प्रसाद चढ़ा देगा.