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छत्तीसगढ़: डर्टी सीडी कांड में मुंबई के फिल्म स्टूडियो पर CBI का छापा

सीबीआई ने विजय पांडया के पांच पेन कार्ड भी बरामद किए है. ये सभी पेन कार्ड अलग अलग नामों से हैं. यह भी बताया जा रहा है कि उसके पास से दो पासपोर्ट भी जब्‍त किए गए हैं.

छत्‍तीसगढ़ सीबीआई ऑफिस छत्‍तीसगढ़ सीबीआई ऑफिस
सुनील नामदेव/रणविजय सिंह
  • रायपुर,
  • 10 जून 2018,
  • अपडेटेड 3:43 AM IST

छत्तीसगढ़ में एक मंत्री की डर्टी सीडी कांड को लेकर सीबीआई निर्णायक दौर पर पहुंच गई है. इस सिलसिले में मुंबई के एक फिल्म स्टूडियो में सीबीआई ने छापा डालकर विजय पांड्या नामक एक शख्‍स से लंबी पूछताछ की और उसके बयान भी दर्ज किए. बताया जाता है कि इस फिल्म स्टूडियों में कार्यरत विजय पांड्या ने पॉर्न वेबसाइट से वीडियो डाउनलोड कर टेम्परिंग की और राज्य के PWD मंत्री राजेश मूणत की सेक्स सीडी बनाई थी.

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सीबीआई ने विजय पांडया के पांच पेन कार्ड भी बरामद किए है. ये सभी पेन कार्ड अलग अलग नामों से हैं. यह भी बताया जा रहा है कि उसके पास से दो पासपोर्ट भी जब्‍त किए गए हैं. विजय पांड्या ने रायपुर के देना बैंक से पचास लाख रुपए का बैंक लोन भी लिया हुआ है. यहां के कई कारोबारियों से उसके करीबी संबध हैं.

दूसरी ओर डर्टी सीडी कांड में आरोपी बनाए जाने की आशंका के बाद रायपुर के दो बड़े कारोबारियों ने बिलासपुर हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर करने की पूरी तैयारी की है. ये दोनों कारोबारी विजय पांड्या के संपर्क में थे. शुक्रवार को सीबीआई ने बीजेपी के स्थानीय नेता कैलाश मुरारका से करीब दो घंटे तक पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किए. इसके बाद लवली खनूजा नामकर स्थानीय कारोबारी के भी बयान दर्ज किए गए. बताया जा रहा है कि बीजेपी नेता कैलाश मुरारका ने सीबीआई के समक्ष सरकारी गवाह बनने की पेशकश की है. उसने रायपुर के कई ऐसे प्रभावशाली लोगों का नाम अपने बयान में दर्ज कराया है, जिन्होंने डर्टी सीडी के निर्माण और उसे वायरल करने की साजिश रची थी.  

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सीबीआई की जांच में यह बात भी सामने आई है कि 27 अक्टूबर 2017 को जब मंत्री की डर्टी सीडी का खुलासा हुआ था, तब पर्दे के पीछे से तमाम संदेही एक दूसरे के संपर्क में थे. एक गवाह ने अपने बयान में सीबीआई को बताया है कि सीडी के सामने आने से महीने भर पहले मुंबई के विजय पांडया और रायपुर के एक कारोबारी ने बीजेपी के बड़े नेताओं को यह सीडी दिखाई थी. इसका मकसद मंत्री मूणत से रकम ऐंठना था. लेकिन मुंह मांगी कीमत नहीं मिलने से विजय पांड्या बैरंग मुंबई लौट गया. इस घटनाक्रम के महीने भर बाद यह सीडी तेजी से वायरल हुई.  

डर्टी सीडी कांड में बतौर संदेही घेरे में आए स्थानीय कारोबारी लवली खनूजा के मुताबिक यह संयोग ही था कि वो 24 अक्टूबर को जिस फ्लाइट से दिल्ली गया था, उसी फ्लाइट में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल भी सफर कर रहे थे. वे भी दिल्ली जा रहे थे. लवली खनूजा के मुताबिक 26 अक्टूबर को संयोगवश फिर भूपेश बघेल दिल्ली से रायपुर लौटे. उस वक्त भी वो उसी फ्लाइट से रायपुर लौटा था.

लवली खनूजा के मुताबिक भूपेश बघेल से ना तो उनकी बातचीत हुई और ना ही कोई मुलाकात. उसने आरोप लगाया कि एयरपोर्ट में मिले फुटेज के आधार पर सीबीआई उसे इस मामले में फंसा रही है. दरअसल सीबीआई इस तथ्य का पता लगा रही है कि दिल्ली और रायपुर में पत्रकारों और कांग्रेसी नेताओं के पास आखिर कैसे डर्टी सीडी पहुंची. इस साजिश में आखिर कौन कौन शामिल थे.

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उधर डर्टी सीडी कांड में शामिल एक संदेही रिंकू खनूजा की आत्महत्या के बाद सीबीआई फूंक फूंक कर कदम रख रही है. पुख्‍ता सबूत हासिल करने के बाद वो गवाहों और संदेहियों को नोटिस जारी कर रही है. ताकि उनके बयान दर्ज किया जा सके. डर्टी सीडी कांड की जांच सीबीआई ने जैसे ही तेज की वैसे ही यह मामला और गरमा गया है. खासकर रिंकू खनूजा की आत्महत्या के बाद कई राजनेताओं और कारोबारियों की सांसें फूली हुई हैं. उन्हें अंदेशा है कि रिंकू के मोबाईल फोन और लेपटॉप की जब्ती से पुलिस और सीबीआई को उनके खिलाफ कई ऐसे तथ्य मिल जाएंगे जो उन्हें कटघरे में खड़ा करने के लिए प्रयाप्त हैं. फिलहाल सीबीआई डर्टी सीडी कांड का पर्दाफाश करने में जोरशोर से जुटी हुई है. उम्मीद की जा रही है कि हफ्ते भर में कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी कर वो अदालत में आरोप पत्र भी पेश कर दें.     

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