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दिल्ली में सबसे बड़ा उलटफेर कृष्णानगर सीट पर हुआ जहां, बीजेपी की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी AAP के एसके बग्गा से 2476 वोटों से चुनाव हार गई हैं. किसी सिटिंग मुख्यमंत्री या मुख्यमंत्री कैंडिडेट के चुनाव हारने का यह पहला मामला नहीं है. इतिहास खुद को दोहराता है.
कब-कब हारे CM और CM कैंडिडेट
1. 1990 में हरियाणा के मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला मेहम विधानसभा में कांग्रेस के आनंद सिंह डांगी से चुनाव हारे. इससे पहले मेहम विधानसभा के उपचुनाव में जोरदार हिंसा के चलते चौटाला को इस्तीफा देना पड़ा था. हालांकि कुछ महीनों बाद ही वह दोबारा इस पद पर लौट आए थे.
2. शिबू सोरेन, सिटिंग सीएम, उपचुनाव हारे. तारीख थी 9 जनवरी 2009. तमार सीट पर उपचुनाव में शिबू सोरेन को झारखंड पार्टी के नए नवेले नेता गोपाल कृष्णन उर्फ राजा पीटर ने 9 हजार वोटों से हराया.
3. भुवन चंद खंडूरी, सिटिंग सीएम, 6 मार्च 2012 को बीसी खंडूरी कोटद्वार विधानसभा सीट से चुनाव हार गए.
4. हेमंत सोरेन, सिटिंग सीएम, दुमका सीट से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 5000 मतों से हारे. बीजेपी की लुइस मरांडी ने हराया.
5. शीला दीक्षित, सिटिंग सीएम, 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने 26 हजार से ज्यादा वोटों से हराकर सबको चौंका दिया.
6. किरण बेदी, सीएम कैंडिडेट, कृष्णा नगर सीट से किरण बेदी आम आदमी पार्टी के एसके बग्गा से 2476 वोटों से चुनाव हार गईं.