
बिहार के मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल में इलाज में लापरवाही बरतने का बहुत ही दर्दनाक मामला सामने आया है. मुजफ्फरपुर के रामदयालु क्षेत्र में तालाब में डुब रहे बच्चे को अस्पताल लेकर पहुंचे परिजनों से सहायक चिकित्साकर्मियों ने इलाज के लिए रिश्वत मांगी. रिश्वत न देने पर इलाज में की गई देरी के चलते बच्चे की मौत हो गई.
इलाज में लापरवाही के चलते बच्चे की मौत से परिजन गुस्सा हो गए और उन्होंने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की. एम्बुलेंस इमर्जेंसी ओपीडी सीएस ऑफिस में भी तोड़फोड़ की गई.
रामदयालु क्षेत्र के सदर अस्पताल में कर्मचारियों ने बच्चे के परिजनों से कहा कि इलाज तब तक शुरू नहीं होगा, जब तक 1000 रुपया जमा नही करा दिया जाता. दो घंटे तक बच्चा बिना इलाज के पड़ा रहा. परिजनों ने बहुत मिन्नतें कीं, लेकिन बच्चे का इलाज शुरू नहीं हुआ और अंततः उसकी मौत हो गई.
बच्चे की मौत के बाद लोगों का गुस्सा इस कदर फूट पड़ा कि पहले उन्होंने सड़क जाम कर दिया. काफी देर बाद मजिस्ट्रेट वहां पहुंचे, लेकिन वह भी आक्रोशित लोगों को समझा नहीं पाए.
इसके बाद लोग और उग्र हो गए और पूरे अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी. सैकड़ों की संख्या में लोगों ने अस्पताल परिसर में खड़ी पांच एम्बुलेंस भी नेस्तनाबूद कर दीं. इमर्जेंसी वार्ड ओपीडी में भी तोड़फोड़ की गई, एसी/कूलर भी नष्ट कर दिए गए.
लोगों का आक्रोश इतना था कि अस्पताल के सभी कर्मचारी अस्पताल छोड़ कर भाग गए. अंततः भारी पुलिस बल को लगाना पड़ा, जिसके बाद लोग शांत हुए.