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बाल विवाह रोकना है तो लड़कियों को दो शिक्षा: नीतीश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाल विवाह को रोकने, प्रजनन दर में कमी लाने और लिंग अनुपात को ठीक करने के लिए लड़कियों को शिक्षित किया जाना जरूरी बताया है.

नीतीश कुमार नीतीश कुमार
aajtak.in
  • पटना,
  • 07 अप्रैल 2013,
  • अपडेटेड 5:09 PM IST

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाल विवाह को रोकने, प्रजनन दर में कमी लाने और लिंग अनुपात को ठीक करने के लिए लड़कियों को शिक्षित किया जाना जरूरी बताया है.

पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग के ‘दस का दम’ अभियान की शुरूआत करते हुए नीतीश ने बाल विवाह को रोकने, प्रजनन दर में कमी लाने और लिंग अनुपात को ठीक करने के लिए लड़कियों को शिक्षित किया जाना जरूरी बताया.

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नीतीश ने सामाजिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य को पूरा किए जाने की आवश्यक्ता जताते हुए कहा कि बिहार के वर्तमान प्रजनन दर को कभी भी स्वीकार नहीं किया जा सकता और हम बाल विवाह को रोकने के लिए वचनबद्ध हैं.

नीतीश ने कहा कि पिछले दस सालों में बिहार की आबादी में 25-26 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यहां आबादी बढने का सिलसिला ऐसे चलता रहा तो वर्ष 2051 तक यहां की आबादी 20 करोड़ पहुंच जाएगी. उन्होंने कहा कि बिहार का कुल क्षेत्रफल 94 हजार वर्ग किलोमीटर है और यहां एक वर्ग किलोमीटर में 1100 लोग वास करते हैं. नीतीश ने जनसंख्या घनत्व के इस दबाव को बिहार के लिए एक गंभीर मसला है और उसे कम करना होगा.

मुख्यमंत्री ने बिहार के वर्तमान लिंग अनुपात (1 हजार पुरूष पर 916 महिलाएं) की चर्चा करते हुए इसे उन्होंने सामाजिक रूप से विकराल रूप बताया और कहा कि इसको दुरूस्त करना होगा.

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उन्होंने इन तीनों समस्याओं का एक ही इलाज लड़कियों को शिक्षित किया जाना बताते हुए कहा कि जिसपर उनकी सरकार पूर्व से ही जोर दे रही है और लड़कियां शिक्षा प्राप्त करने लिए स्कूलों में नामांकन पाएं, इसके लिए सरकार की ओर से पोशाक और साईकिल योजना की शुरू की जिसके बेहतर परिणाम दिखने लगे हैं पर अभी भी बहुत बडा अंतर है.

समारोह में भाग ले रहे युनिसेफ के प्रतिनिधि डेविड मैकीलोन द्वारा बिहार में हो रहे विकास कार्य की प्रशंसा किए जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कई मामलों में हम राष्ट्रीय औसत तक पहुंच गए हैं, कुछ मामलों में बेहतर हैं पर कुछ में राष्ट्रीय औसत से पीछे हैं.

उन्होंने कहा कि जिन मामलों में बिहार राष्ट्रीय औसत से नीचे है, उन्हीं को लेकर प्रदेश में एक मानव विकास मिशन बनाया गया है जिसकी चार बैठक हो चुकी हैं.

नीतीश ने कहा कि इसके तहत स्वास्थ्य, स्वच्छता, शिक्षा, कल्याण आदि से जुडी एक विस्तृत कार्ययोजना बनाकर अगले पांच वर्षों के दौरान हम एक लक्ष्य निर्धारित कर अलग-अलग कार्यक्रम चलाएंगे. उन्होंने कहा कि न केवल संयुक्त राष्ट्र संघ के मिलिनियम डेवलपमेंट गोल को हासिल करेंगे बल्कि उससे आगे हम बढेंगे.

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