पूर्वोत्तर चीन की एक सरकारी कोयला खदान में आग लग जाने के कारण आज 21 कर्मचारी मारे गए और एक अन्य व्यक्ति लापता हो गया. यह दुर्घटना विश्व में कोयले के सबसे बड़े उत्पादक चीन में घटी सबसे घातक दुर्घटनाओं में से एक है.
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, बचावकर्मियों को 21 कर्मचारियों के शव मिले हैं और हीलॉन्गजियांग प्रांत की कोयला खदान में कल देर शाम आग लगने के बाद से लापता एक अन्य व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं. जिस समय आग लगी, उस समय खदान में कुल 38 खदानकर्मी काम कर रहे थे. आग लगने के बाद इनमें से 16 लोग किसी तरह बच निकलने में कामयाब रहे.
जिक्शी शहर की जिस कोयला खदान में आग लगी उसका संचालन सरकारी हीलॉन्गजियांग लॉन्गमे माइनिंग होल्डिंग ग्रुप करता है. सरकार ने कहा कि आग काबू में है और इसके बाद किसी दुर्घटना की जानकारी नहीं है. उर्जा संकट से जूझने वाला चीन अपनी अर्थव्यवस्था को पोषित करने के लिए कोयला आपूर्ति पर बहुत अधिक निर्भर करता है. यहां खदानों में होने वाली दुर्घटनाएं आम हो चुकी हैं.
इस साल अप्रैल के बाद से यह अब तक की सबसे घातक खदान दुर्घटना है. अप्रैल में शांक्सी प्रांत के उत्तरी में स्थित दातोंग शहर की कोयला खदान में पानी का रिसाव हो जाने पर 21 लोग मारे गए थे. अगस्त में चीन की कोयला खदानों में हुई दो अलग-अलग दुर्घटनाओं में 10 लोग मारे गए थे. अक्टूबर में शानदोंग प्रांत में एक व्यक्ति मारा गया था.
इनपुट- भाषा