Advertisement

चीन का बदला सुर, कहा- डोकलाम पर अब विवाद नहीं, भारत से सुधर रहे हैं रिश्ते

झानवु का कहना है कि चीन और भारत डोकलाम प्रकरण को पीछे छोड़कर अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिये साथ मिलकर काम कर रहे हैं. चीनी महावाणिज्य दूत मा झानवु ने यह भी कहा कि साथ मिलकर काम करने से सहयोग और आदान-प्रदान को आगे बढ़ाया जा सकता है.

डोकलाम विवाद डोकलाम विवाद
अंकुर कुमार/BHASHA
  • नई दिल्ली ,
  • 23 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 9:19 PM IST

भारत और चीन के बीच डोकलाम मुद्दे पर कई दिनों तक विवाद रहा. अब चीन की तरफ से कहा जा रहा है कि उसने डोकलाम विवाद को भूला दिया है और भारत के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने पर काम कर रहा है. चीनी महावाणिज्य दूत मा झानवु ने यह बात कही है.

झानवु का कहना है कि चीन और भारत डोकलाम प्रकरण को पीछे छोड़कर अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिये साथ मिलकर काम कर रहे हैं. चीनी महावाणिज्य दूत मा झानवु ने यह भी कहा कि साथ मिलकर काम करने से सहयोग और आदान-प्रदान को आगे बढ़ाया जा सकता है.

Advertisement

झानवु ने चीनी गणराज्य की स्थापना की 68वीं वर्षगांठ पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘भारत और चीन साथ मिलकर काम कर रहे हैं. इस संबंध को कैसे आगे बढ़ाया जाए इसपर चर्चा करने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शीन चिनफिंग की पांच सितंबर को बैठक हुई थी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जितना दोनों देश मिलकर काम करेंगे, हम उतना ही आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ाने और विकसित करने में सक्षम होंगे.’’

यह पूछे जाने पर कि क्या दोनों देशों ने डोकलाम प्रकरण को पीछे छोड़ दिया है तो झानवु ने कहा, ‘‘हां, हमने पीछे छोड़ दिया है और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिये साथ मिलकर काम कर रहे हैं.’’ प्रधानमंत्री मोदी ने गत पांच सितंबर को 9वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की थी.

Advertisement

दोनों नेताओं ने सहमति जताई थी कि दोनों देशों को अपने सुरक्षाकर्मियों के बीच सहयोग को मजबूत बनाने और डोकलाम जैसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो इस बात को सुनिश्चित करने के लिए और प्रयास करने चाहिए.

चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच 16 जून से सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में तनातनी चल रही थी जब भारतीय सैनिकों ने चीनी सेना को उस इलाके में सड़क बनाने से रोक दिया था. यह विवाद लगभग 73 दिन चला था. ब्रिक्स सम्मेलन से पहले 28 अगस्त को भारतीय विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि नई दिल्ली और बीजिंग ने विवादास्पद डोकलाम क्षेत्र से अपने-अपने सैनिकों को हटाने का फैसला किया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement