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चीन ने कहा- तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं, बातचीत से निपटाएंगे भारत से विवाद

लद्दाख के सीमाई क्षेत्र में चीन की सेना अपना दम दिखाने की कोशिश कर रही है. भारतीय सेना भी उसके सामने डटी है. दोनों तरफ से बातचीत भी जारी है, लेकिन अब तक गतिरोध खत्म नहीं हो पाया है.

एलएसी के आसपास चीनी सैनिकों का जमावड़ा (फाइल फोटो-PTI) एलएसी के आसपास चीनी सैनिकों का जमावड़ा (फाइल फोटो-PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 जून 2020,
  • अपडेटेड 5:27 PM IST

  • चीन ने राष्ट्रपति ट्रंप का प्रस्ताव ठुकराया
  • भारत भी पहले इससे कर चुका है इनकार

लद्दाख में भारत से तनातनी के बीच चीन ने कहा है कि इस विवाद को सुलझाने के लिए किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता मंजूर नहीं है. चीन ने कहा कि दोनों देशों के बीच सीमा प्रबंधन को लेकर बातचीत अच्छा जरिया है. साथ ही ऐसे मामले निपटाने के लिए सही मेकेनिज्म है. चीन ने कहा कि बातचीत से मतभेद मिटाने के लिए दोनों देशों के बीच अच्छा संवाद है.

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चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि सीमा मुद्दे पर भारत के साथ चीन का स्टैंड बिल्कुल स्पष्ट है. दोनों देशों ने पहले भी आपसी बातचीत के बाद महत्वपूर्ण समझौते लागू किए हैं. झाओ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई बातचीत से जुड़ा सवाल पूछा गया था. दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने सीमा विवाद पर एक दूसरे से बातचीत की. इसी सवाल का जवाब देते हुए झाओ लिजियान ने कहा कि भारत-चीन विवाद में तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं है और दोनों पड़ोसी देशों में अच्छा संवाद है.

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झाओ ने कहा कि फिलहाल भारत-चीन बॉर्डर पर स्थिति सामान्य और नियंत्रण में है. दोनों देशों के बीच अच्छी बातचीत है. हमलोगों के पास बातचीत के जरिये मुद्दे सुलझाने की पूरी क्षमता है. उन्होंने कहा कि इस विवाद में तीसरे पक्ष की दखलअंदाजी की कोई जरूरत नहीं. भारत और चीन के बीच कई हफ्तों से चल रहे विवाद के बाद बीजिंग की ओर से यह पहला आधिकारिक बयान है.

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पिछले हफ्ते राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि भारत और चीन के बीच हालात ठीक नहीं हैं और वे दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करने को तैयार हैं. ट्रंप ने कहा कि हमने भारत और चीन दोनों को बता दिया है कि अगर वे चाहें तो अमेरिका सीमा विवाद पर मध्यस्थता करने को तैयार है.

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बता दें, लद्दाख के सीमाई क्षेत्र में चीन की सेना अपना दम दिखाने की कोशिश कर रही है. भारतीय सेना भी उसके सामने डट गई है. दोनों तरफ से बातचीत भी जारी है, लेकिन अब तक गतिरोध खत्म नहीं हो पाया है. अब एक बार फिर दोनों मुल्कों की सेना बातचीत करने जा रही है. ये मीटिंग 6 जून को प्रस्तावित है.

मीटिंग में दोनों सेनाओं के लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारी हिस्सा लेंगे. यह मीटिंग भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है. इस मीटिंग को भारत की तरफ से लेह स्थित 14 कॉर्प कमांडर का डेलीगेशन लीड करेगा. यह उच्च स्तरीय मीटिंग सीमा पर संकट खत्म करने के लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है.

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