Advertisement

सीमा पर तनाव का G-20 पर असर, भारत-चीन की अलग से नहीं होगी कोई मुलाकात

बता दें कि जर्मनी के हैंबर्ग में जी 20 समिट होने वाली है. वहां पीएम मोदी इजरायल से पहुंच रहे हैं. यहीं दोनों देशों के बीच पिछली अन्य समिटों की तरह संक्षिप्त मुलाकात तय थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग
नंदलाल शर्मा
  • बीजिंग ,
  • 06 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 4:47 PM IST

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर तनाव बदस्तूर जारी है. ऐसे तनावपूर्ण माहौल के चलते जर्मनी के हैमबर्ग में सात जुलाई को होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग के बीच मुलाकात की संभावना नहीं दिख रही.

मोदी सरकार से जुड़े शीर्ष स्तरीय सूत्रों ने इंडिया टुडे से बातचीत में साफ किया कि भारत सरकार ने जी-20 सम्मेलन से इतर दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच द्विपक्षीय वार्ता का ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं रखा है.

Advertisement

इससे पहले बीजिंग से प्राप्त रिपोर्ट्स में बताया गया था कि चीन ने हैमबर्ग में भारत और चीन के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय वार्ता रद्द कर दी है. खबर के मुताबिक, चीन ने वार्ता रद्द करने हुए कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए यह मुलाकात संभव नहीं है.

हालांकि भारत सरकार के सूत्रों ने बताया कि दोनों देशों में किसी ने भी द्विपक्षीय वार्ता का प्रस्ताव नहीं रखा था और ऐसे में इसे रद्द किए जाने का सवाल ही नहीं उठता.

बता दें कि जर्मनी के हैंबर्ग में जी 20 समिट होने वाली है. वहां पीएम मोदी इजरायल से पहुंच रहे हैं. यहीं दोनों देशों के बीच पिछली अन्य समिटों की तरह संक्षिप्त मुलाकात तय थी.

क्यों चिढ़ा है चीन

बताया जा रहा है कि सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में भारतीय सेना के आक्रामक रवैये से चीन पूरी तरह चिढ़ा हुआ है. वहां इंडियन आर्मी ने चीन की ओर से बनाई जा रही सड़क का निर्माण कार्य रोक दिया था. इसके बाद से दोनों देशों के बीच लगातार बयानबाजी हो रही है जिसके कारण तनाव का माहौल बना हुआ है.

Advertisement

इससे पहले चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने कहा- जी20 में कार्यक्रम के इतर कोई मुलाकात का कार्यक्रम बनता है, तो हम उसे वक्त रहते बता देंगे. जहां तक जिनपिंग और मोदी के बीच द्विपक्षीय मुलाकात का सवाल है तो सीमा पर भारत के हस्तक्षेप को देखते हुए यह संभव नहीं दिखता.

भारत का हस्तक्षेप, चीन की संप्रभुता के लिए खतरा

चीनी प्रवक्ता ने कहा कि डोकलाम क्षेत्र में भारत का हस्तक्षेप चीन की संप्रभुता के लिए खतरा है. इससे दोनों देशों के बीच आधारभूत राजनीतिक रिश्तों को झटका लगा है.

जेंग शुआंग ने कहा कि भारत तुरंत डोकलाम से अपनी सेना हटाएं और उन्हें अपनी सीमा में ले आए. ताकि भारत और चीन सीमा पर शांति कायम हो सके. शुआंग ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत के लिए पूर्व शर्त है.

बता दें कि जर्मनी के हैम्बर्ग में 7 जुलाई को जी20 शिखर सम्मेलन की औपचारिक बैठक होगी.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement