
चीनी हैंडसेट मेकर्स ने पिछले कुछ सालों से भारतीय बाजार में तेजी से अपनी पकड़ बनाई है. इस वक्त दुनियाभर में स्मार्टफोन की शिपमेंट में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक 2017 की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 365 मिलियन हो गया है.
चीनी स्मार्टफोन कंपनियां भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में तेजी से अपनी पकड़ बना रही हैं. मार्केट रिसर्च फर्म काउंटर प्वॉइंट रिसर्च के मुताबिक भारत सहित दुनिया भर में चीनी स्मार्टफोन ब्रांड्स ने 48 फीसदी मार्केट पर कब्जा जमाया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी कंपनियों ने ऐपल के मार्केट में भी सेंध लगाने का काम किया है.
साल दर साल ओवरसीज स्मार्टफोन शिपमेंट के मामले में शाओमी 60 फीसदी के साथ नंबर 1 पर है. दूसरे नंबर पर वीवो है जिसका शेयर 45 फीसदी है. तीसरे नंबर पर ओप्पो है जिसका शेयर 33 फीसदी है और चौथे नंबर पर हुआवे है जिसका शेयर 20 फीसदी है.
काउंटर प्वॉइंट रिसर्च के एसोशिएट डायरेक्टर तरूण पाठक ने कहा है, ‘चीनी कंपनियां न सिर्फ अपने (चीनी) बाजार में सफल हुई हैं, बल्कि इन्होंने चीन के बाहर भी अपना विस्तार किया है. इन कंपनियों ने सभी कैंपेन में आक्रामक मार्केटिंग किया है’
काउंटर प्वॉइंट के मुताबिक ये कंपनियां इस साल के सेकंड हाफ तक चीन सहित दूसरे देशों में तेजी से विस्तार करेंगी.
गौरतलब है कि सैमसंग स्मार्टफोन बाजार में 22 फीसदी मार्केट शेयर के साथ नंबर-1 है. हालांकि इस तिमाही में कंपनी की सालाना ग्रोथ में सिर्फ 4 फीसीद की ही बढ़त दर्ज की गई है. ऐपल का ग्लोबल मार्केट शेयर कम हुआ है. हालांकि कंपनी ने ताजा आंकड़े जारी किए हैं जिनमें कहा गया है कि आईफोन की बिक्री 1.16 फीसदी बढ़ी है.
भारतीय फीचर फोन और स्मार्टफोन बाजार में लागातर चीनी कंपनियों का मार्केट शेयर बढ़ रहा है, जबकि स्वदेशी कंपनियां टॉप लीग से भी बाहर होती दिख रही हैं.