
भारत में फंसे पूर्व चीनी सैनिक वांग छी को 54 साल बाद आज अपने वतन की मिट्टी पर कदम रखना नसीब हुआ. वर्ष 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध के बाद सीमा पार कर भारत आए थे. 77 साल के चीनी सैनिक वागं छी आज अपने भारतीय परिवार के सदस्यों के साथ अपने संबंधियों से मिलने के लिए यहां पहुंचा.
वांग के साथ परिवार भी पहुंचा चीन
इस चीनी सैनिक को लेने के लिए उसके करीबी चीनी संबंधियों के अलावा चीनी विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास के अधिकारी भी पहुंचे. वांग दिल्ली से बीजिंग आने वाले विमान में अपने बेटे, बहू और पोती के साथ आए हैं.
रिश्तेदारों से मुलाकात में भावुक हो उठे वांग
पांच दशक से भी अधिक समय पहले सीमा पार कर जाने वाले वांग जब पहली बार अपने चीनी संबंधियों से वापस मिले तो उनसे गले लगकर भावुक हो उठे. भारतीय अधिकारियों ने कहा कि वांग और उनके परिवार के सदस्य बाद में शांक्सी प्रांत स्थित प्रांतीय राजधानी शियान गए. वहां से उन्हें उनके मूल गांव शू झाई नान कुन ले जाया जाएगा.
नहीं भूली अपनी मिट्टी की याद
वांग छी का दावा है कि वो 1963 में गलती से भारत की सीमा के भीतर घुसे थे. हालांकि भारत में अधिकारी उन्हें चीनी सेना का जासूस मानते आए हैं. भारत में घुसने के बाद वो पकड़े गए और 6-7 साल की सजा काटने के बाद उन्हें तिरोड़ी गांव में छोड़ दिया गया. यहां उन्होंने आटे की चक्की में काम करना शुरू किया. 1975 में वांग ने भारतीय महिला से शादी की. 80 के दशक में पहली बार वो पत्रों के जरिये चीन में अपने परिवार के संपर्क में आए. 2002 में उन्होंने अपनी मां से फोन पर बात की थी.