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चिन्मयानंद मामला: SIT ने दाखिल की प्रोग्रेस रिपोर्ट, अगली सुनवाई 4 दिसंबर को

कोर्ट ने अगली सुनवाई पर एसआईटी से हलफनामा मांगा है. इस मामले की अगली सुनवाई अब 4 दिसंबर को होगी. जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव की खंडपीठ में गुरुवार को सुनवाई हुई.

पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद की फाइल फोटो (ANI) पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद की फाइल फोटो (ANI)
aajtak.in
  • लखनऊ,
  • 28 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 7:06 PM IST

पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर एलएलएम छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न मामले में एसआईटी ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में हलफनामे के साथ प्रोग्रेस रिपोर्ट दाखिल कर दी है. कोर्ट ने एसआईटी से बेहतर हलफनामा मांगा है. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने पीड़िता की शिकायत पर दिल्ली के लोधी रोड थाने में मुकदमा दर्ज न होने के मामले में एसआईटी से जानकारी भी मांगी. कोर्ट ने अगली सुनवाई पर एसआईटी से हलफनामा मांगा है.

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इस मामले की अगली सुनवाई अब 4 दिसंबर को होगी. जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव की खंडपीठ में गुरुवार को सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर IG एसआईटी नवीन अरोड़ा जांच कर रहे हैं. एसआईटी पीड़ित छात्रा और स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ दर्ज मुकदमों में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. दोनों की जमानत अर्जी इलाहाबाद हाईकोर्ट में लंबित है.

बता दें, जेल में कैद पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. चिन्मयानंद के ही कॉलेज की पूर्व प्रधानाचार्या और उनकी पूर्व शिष्या की ओर से उनके खिलाफ दर्ज कराए गए यौन उत्पीड़न के एक अन्य मामले की सुनवाई भी कोर्ट 13 दिसंबर को करेगा. यह मामला 2012 में शाहजहांपुर सदर कोतवाली में दर्ज किया गया था.

पीड़िता के वकील मुकेश कुमार गुप्ता ने कहा कि अक्टूबर 2012 में आरोप पत्र दाखिल होने के बावजूद मामला लंबित था. योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले साल चिन्मयानंद के खिलाफ दर्ज मामले को वापस लेने की कोशिश की थी लेकिन पीड़िता के आपत्ति दर्ज कराने के बाद कोर्ट ने सरकार को मामला वापस लेने की अनुमति नहीं दी.(एजेंसी से इनपुट)

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