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आज ही दुनिया से रुखसत हुए थे स्वराज पार्टी के संस्थापक...

कलकत्ता के पहले मेयर जो कभी बैरिस्टर भी रहे और अलीपुर बम कांड में ऑरोबिंदो घोष के बचाव के लिए केस लड़ा. उनका निधन साल 1925 में 16 जून को ही हुआ था.

Chittranjan Das Chittranjan Das
विष्णु नारायण
  • नई दिल्‍ली,
  • 16 जून 2016,
  • अपडेटेड 11:24 AM IST

चितरंजन दास को हमारा पूरा देश एक ऐसे आजादी के सिपाही के तौर पर जानता है जिसने अंग्रेजों की चूलें हिला कर रख दीं. उनका निधन साल 1925 में 16 जून को ही हुआ था.

1. उन्होंने बतौर बैरिस्टर अपना पहला मुकदमा साल 1908 में अलीपुर बम कांड में ऑरोबिंदो घोष के बचाव के लिए लड़ा.

2. उन्होंने फॉरवर्ड अखबार खरीदा और उसका नाम बदलकर लिबर्टी रखा. इसमें वे ब्रिटिश विरोधी लेख छापा करते थे.

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3. उन्होंने मोतीलाल नेहरू और हुसैन शहीद सुहरावर्दी के साथ मिलकर स्वराज पार्टी की स्थापना की.

4. वे कलकत्ता के पहले मेयर भी रहे.

5. वे कहते थे कि, हम आजादी के लिए खड़े रहे क्योंकि हमने अपनी शख्सियत खुद बनाने, अपनी किस्मत खुद लिखने के अधिकार का दावा किया.

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