
सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर ए. पी. सिंह ने क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण मामले में कहा कि यह सरकार और सीबीआई के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. 'आजतक' से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि यह पहला मामला है जब किसी ब्रिटिश नागरिक को दुबई के रास्ते भारत लाया गया है.
पहले भी दुबई से कई भारतीयों का प्रत्यर्पण किया जा चुका है लेकिन ऐसा कम होता है जब किसी ब्रिटिश नागरिक को भारत में इस तरीके से लाया गया हो. ए. पी. सिंह ने कहा कि 'यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि दुबई से भारत के सबसे अच्छे संबंध हैं. ब्रिटेन से जब किसी नागरिक को भारत लाने की कोशिश की जाती है तो वह मानवाधिकार का मुद्दा उठा कर भारत नहीं भेजता लेकिन भारत ने इस व्यक्ति (मिशेल) को अगस्ता वेस्टलैंड मामले में प्रत्यर्पण कराया है जो कि बड़ी बात है.'
पूर्व डायरेक्टर ए पी सिंह ने कहा, 'सरकार और राजनेताओं का बिचौलियों के साथ क्या संबंध होता है इस पर अभी कोई कमेंट नहीं करना चाहेंगे लेकिन यह कह सकते हैं कि इससे पहले भी सीबीआई ने डिफेंस डील से जुड़े मामलों की जांच की है. इसमें बड़े मिडलमैन के शामिल होने की बात सामने आई है. ए. पी. सिंह ने यह भी कहा कि मिशेल मामले में सीबीआई को तो क्रेडिट मिलेगा ही लेकिन सरकार का रोल ज्यादा है क्योंकि प्रत्यर्पण दो सरकारों के बीच हुआ है.
सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर के मुताबिक, दुबई और ब्रिटेन से प्रत्यर्पण में अंतर है. भारत को अभी तक ब्रिटेन से कोई सफलता नहीं मिली है. दुबई से पहले भी प्रत्यर्पण हुए हैं और भारतीय नागरिक दुबई से प्रत्यर्पित किए गए हैं. यह पहली बार है कि एक ब्रिटिश नागरिक को दुबई के जरिए भारत भेजा गया है. नीरव मोदी, विजय माल्या और मेहुल चौकसी को भारत लाना है तो सरकार पर निर्भर करता है कि वह दूसरे देश की सरकारों पर कितना दबाव बना पाती है.