
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में सीआईएसएफ के एक जवान ने पत्नी और बेटी समेत फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. खुदकुशी की वजह जवान के खिलाफ चल रही विभागीय जांच बताई जा रही है.
मामला सीआईएसएफ कालोनी का है. 29 वर्षीय आरक्षक संजय मंडल अपनी 25 वर्षीय पत्नी रिंकी और 8 माह की पुत्री के साथ वहां रहता था. वह मूलतः पश्चिम बंगाल के चौबीस परगना का रहने नाला था. उसकी नियुक्ति एसईसीएल के कुसमुंडा खदान की सुरक्षा में थी.
शनिवार को अजय ने अपनी पत्नी और बेटी के साथ घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने बताया कि जवान के खिलाफ एक विभागीय जांच चल रही थी. जिसकी वजह से वह डिप्रेशन में था. इस सामूहिक आत्महत्या की घटना के बाद सीआईएसएफ के विभागीय नियमों पर सवाल उठाए हैं.
बताया जा रहा है कि सीआईएसएफ में ड्यटी के दौरान आरक्षक की जेब में पचास रूपये से ज्यादा की रकम नहीं होनी चाहिए. अकास्मिक चेकिंग के दौरान संजय की जेब में निर्धारित रकम से ज्यादा पैसे मिले थे. जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया था. इसी वजह से उसके खिलाफ जांच चल रही थी.
घटना वाले दिन सीआईएसएफ का एक जवान नोटिस लेकर संजय के घर पंहुचा था. दरवाजा खटखटाने और कॉल बेल बजाने के बाद भी जब कोई हलचल नहीं हुई तो जवान को शंका हुई. उसने बालकनी से चढ़कर खिड़की से अंदर देखा तो तीनों की लाश फंदे पर लटकी हुई थी. मानिकपुर पुलिस ने मौके पर पहुंच को शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए.