
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली के सीलमपुर इलाके में भड़की हिंसा में 11 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि 7 लोगों को चोटें आई हैं. इस हिंसा में कुल 18 लोग घायल हुए हैं. मामले में 5 लोग हिरासत में लिए गए हैं.
हिंसा के दौरान 2 बसों में तोड़फोड़ की गई है, साथ ही आगजनी भी की गई है. दो पुलिस बूथों पर हमला किया किया. सीलमपुर और जाफराबाद इलाके में पुलिस बूथ पर तोड़फोड़ की गई. इस मामले में 2 एफआईआर दर्ज की गई है. दो लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. हालांकि हिंसा भड़कने के बाद थोड़ी देर में पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया था.
नागरिकता संशोधन कानून वापस लेने की मांग
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश में कई राज्यों में प्रदर्शन जारी है. उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में भी बड़ी संख्या में लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया. इनकी मांग थी कि नए नागरिकता कानून को वापस लिया जाए. प्रदर्शन के दौरान कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए. पथराव में कुछ पुलिसवाले और प्रदर्शनकारी घायल हुए. हालांकि अब हालात काबू में है. इससे पहले भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस आंसू गैस के गोले दागे.
प्रदर्शन के कारण सीलमपुर से जाफराबाद सड़क को बंद कर दिया गया. भीड़ ने कई बसों मे तोड़फोड़ की. पुलिस ने पूरे इलाकों के घेरकर ऑपेरशन शुरू किया. प्रदर्शन के कारण सीलमपुर, जाफराबाद, वेलकम, मौजपुर-बाबपुर, गोकुलपुरी समेत कई मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया था. वहीं भीड़ को उकसाने के आरोप पर पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता मतीन अहमद ने कहा कि उन्होंने एक बाइक रैली का आह्वान किया था, लेकिन सीलमपुर में हिंसा शुरू होने से पहले ही वह खत्म हो गई थी.
अरविंद ओझा