
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देशभर में प्रदर्शन जारी है. गुरुवार को मायानगरी मुंबई के ऐतिहासिक अगस्त क्रांति मैदान में भी विरोध प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शन में युवा से लेकर हर उम्र के लोग शामिल रहे. यह प्रदर्शन तो नागरिकता कानून के विरोध में हो रहा था लेकिन भीड़ में शामिल युवाओं को इस कानून की जानकारी तो छोड़िए उन्हें ये पता है कि संसद से एनआरसी बिल पास हुआ और देश से मुसलमानों को निकाला जाएगा.
हाथ में तिरंगा लिए एक युवा से जब सवाल किया गया कि उनमें किस बात को लेकर गुस्सा है. तो जो उन्होंने जवाब दिया वो हैरान करने वाला रहा. उन्होंने कहा कि जो एनआरसी लागू हुआ है और मुस्लिम लोगों को देश से बाहर निकालने की बात की जा रही है. हम उसके खिलाफ यहां आए हैं.
वहीं तिरंगे के साथ प्रदर्शन में पहुंचे उनके साथी का भी वही हाल रहा. उनसे भी जवाब सवाल किया गया कि आप लोगों में किस बात का गुस्सा है. उन्होंने जवाब दिया कि मुझे इस बात का गुस्सा है कि 5 धर्म के लोगों को एनआरसी में जगह मिल रही है और मुसलमानों को लिस्ट से बाहर किया गया है. इन्होंने तो CAA (नागरिकता संशोधन कानून) की जगह ACP का नाम लिया. इससे साफ था कि भीड़ में हल्ला तो बहुत है लेकिन जानकारी की कमी है.
इसके बाद जो इस शख्स ने कहा वो तो और भी हैरान करने वाला था. उन्होंने कहा कि पांच धर्म के लोगों को एनआरसी में आरक्षण दिया जाएगा... ये प्रदर्शन उसी के लिए है. असम में यही हुआ है. वहीं एक और शख्स से जब सवाल किया गया कि आप इस प्रदर्शन में क्यों शामिल हुए हैं. तो इसका जवाब जो इन्होंने दिया वो यह रहा.
जो बिल है... जिसमें मुसलमानों को देश से भगाया जा रहा है...बिल में कहा जा रहा है कि जिसका आधार कार्ड, पहचान पत्र नहीं है उन्हें भगाया जा रहा है. इस प्रदर्शन में ज्यादातर युवा थे. एक युवक ने कहा कि मैंने अपनी जिंदगी में ऐसा प्रदर्शन पहली बार देखा. एनआरसी बिल को खारिज करने के लिए हम यहां पर आए हैं. इन्होंने तो आगे कहा कि एनआरसी पास हो गया है... लेकिन अभी लागू नहीं हुआ है.