
नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के मसले पर पिछले एक महीने से सड़क से संसद तक बहस छिड़ी हुई है. दिल्ली, लखनऊ, मुंबई समेत देश के कई शहरों में सड़क पर उतर लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. CAA के खिलाफ जारी इस प्रदर्शन का असर लोगों की आम जिंदगी पर तो पड़ ही रहा है, इसके अलावा अब देश की टूरिज्म इंडस्ट्री भी इससे प्रभावित हो रही है. मोहब्बत की निशानी ताज महल भी CAA पर जारी प्रदर्शन से प्रभावित होने से नहीं बच पाया और यहां पर पर्यटकों की संख्या गिर गई.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, CAA के खिलाफ देश के कई हिस्सों में हो रहे हिंसक प्रदर्शन की वजह से टूरिज्म इंडस्ट्री प्रभावित है. अभी तक सात देशों ने भारत आने वाले नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है. आधिकारिक आंकड़ों को देखें तो पिछले दो हफ्ते में 2 लाख से अधिक पर्यटकों ने ताज महल जाने के पास को कैंसिल करवा दिया है.
दिसंबर में तेजी से हुई गिरावट
ताज महल की गिनती दुनिया के सबसे पॉपुलर पर्यटक स्थलों में होती है. ताज महल के पास स्पेशल टूरिस्ट पुलिस स्टेशन के पुलिस इंस्पेक्टर दिनेश कुमार का कहना है कि पिछले साल के दिसंबर से इस बार दिसंबर में पर्यटकों के आंकड़े में 60 फीसदी की गिरावट आई है. उन्होंने कहा कि देशी-विदेशी टूरिस्ट लगातार कंट्रोल रूम में फोनकर यहां के हालात, सुरक्षा की जानकारी लेते हैं.
नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुआ, इस दौरान सर्वाधिक मौतें उत्तर प्रदेश में ही हुईं. पूरे देश में करीब 25 तो वहीं उत्तर प्रदेश में कुल 21 की मौत विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हैं.
आपको बता दें कि ताज महल में हर साल करीब 65 लाख पर्यटक आते हैं. यहां एंट्री फीस से ही 14 मिलियन डॉलर की कमाई हो जाती है. एक विदेशी पर्यटक को एंट्री के लिए 1100 रुपये देने होते हैं.
होटलों के बिजनेस भी कमजोर
ताज महल के आसपास स्थित लग्ज़री होटलों का काम भी इस प्रदर्शन की वजह से प्रभावित हुआ है. होटल मैनेजर्स का कहना है कि फेस्टिव सीज़न के बाद इस बार ग्रोथ लगातार गिर ही रही है. हिंसा के बाद लगातार उत्तर प्रदेश के शहरों में इंटरनेट बंद हुआ है, जो कई कारणों से एक कारण है.
बता दें कि नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर देश में जो प्रदर्शन हो रहा है, उसको देखते हुए अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, इजरायल, सिंगापुर, कनाडा और ताइवान ने भारत आने वाले पर्यटकों के लिए एडवाइज़री जारी की है. आगरा के अलावा इस बार पूर्वोत्तर में भी टूरिज्म काफी प्रभावित हुआ है.
aajtak.in