
आज ही के दिन साल 1895 में भारतीय क्रिकेट टीम के पहले टेस्ट कप्तान कर्नल सी के नायडू का जन्म हुआ था. सीके नायुडू को उनकी 122वीं जयंती पर भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान के लिए याद किया जा रहा है. आजादी से पहले साल 1932 में सी के नायडू की ही कप्तानी में टीम इंडिया ने अपना पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स के मैदान पर खेला था.
भारत के पहले टेस्ट कप्तान के बारे में सबसे दिलचस्प फैक्ट यह है कि वह किसी ब्रांड का एंडोर्समेंट करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी थे. 1941 में उन्होंने बाथगेट लिवर टॉनिक को एंडोर्स किया. सी के नायडू आजादी के पहले किसी कंपनी का चेहरा बनने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी थे.
महाराष्ट्र के नागपुर में जन्मे सी के नायडू ने भारत के लिए 7 टेस्ट में 350 रन बनाए थे जिसमें दो अर्धशतक भी शामिल थे. सी के नायडू ने 207 फर्स्ट क्लास मैचों में 11825 रन बनाए थे, जिसमें 26 शतक और 58 अर्धशतक शामिल थे. इसके अलावा नायडू ने 170 कैच भी लपके थे.
सीके नायडू के भारतीय क्रिकेट टीम के पहले कप्तान चुने जाने का बेहद दिलचस्प किस्सा है. क्रिकेट जब अभिजात्य और राजा महाराजाओं का खेल हुआ करता था. उस दौर में इंग्लैंड जा रही भारतीय टीम के कप्तान पोरबंदर महाराज थे, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से वह नहीं जा पाए और फिर कर्नल सीके नायडू को भारतीय टीम का पहला कप्तान बनने का गौरव प्राप्त हो गया.
सीके नायडू का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर भले ज्यादा न चला हो, लेकिन उन्होंने फर्स्ट क्लास मैचों में अपने खेल से जमकर लोकप्रियता हासिल की थी. 1926-27 में उन्होंने मुंबई में 153 रनों की पारी खेली थी. इस पारी में उन्होंने 11 छक्के लगाए. इसमें से एक छक्का तो जिमखाना की छत पर जा गिरा. इस मैच के बाद उन्हें चांदी का बल्ला भेंट किया गया.
37 साल की उम्र में जब आज खिलाड़ी रिटायर होने लगते है तब नायडू ने टेस्ट मैच खेलना शुरू किया था. वह 68 साल तक फिट रहकर खेल खेलते रहे थे. नायडू ने 14 नवंबर 1967 को इंदौर में आखिरी सांस ली थीं.