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दक्षिण की 'अम्मा' की राह चल रहे हैं उत्तर के 'भैया', घोषणा पत्र में आया नजर

चुनाव पूर्व जयललिता ने कई जनसरोकार के काम किए ताकि उनकी वापसी पक्की हो. जयललिता ने गांव के गरीब और कमजोर वर्ग को ध्यान में रखकर कई योजनाएं चलाई थीं.

अम्मा-अखिलेश अम्मा-अखिलेश
संदीप कुमार सिंह
  • लखनऊ,
  • 23 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 1:59 PM IST

सत्ता में वापसी की खातिर कोशिश में जुटे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (टीपू भैया) इन दिनों तमिलनाडू की भूतपूर्व मुख्यमंत्री जयललिता (अम्मा) की राह चल रहे हैं. रविवार को जब उन्होंने विधानसभा चुनावों की खातिर घोषणा पत्र जारी किया तो टीपू भैया में अम्मा की झलक साफ नजर आई. अखिलेश ने भी घोषणा पत्र में लोकलुभावनी योजनाओं और घोषणाओं का मायाजाल रचा है.

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आपको याद दिला दें कि जयललिता ने भी चुनावों में इन्हीं के दम पर अपनी वापसी की थी. अखिलेश को भी अपनी वापसी की उम्मीद है, तमिलनाडु चुनावों के बाद उन्होंने यह बात मीडिया में बोली भी थी कि अब तो सरकारें वापसी भी करने लगी हैं.

अम्मा की योजनाएं
चुनाव पूर्व जयललिता ने कई जनसरोकार के काम किए ताकि उनकी वापसी पक्की हो. जयललिता ने गांव के गरीब और कमजोर वर्ग को ध्यान में रखकर कई योजनाएं चलाई थीं.

अम्मा कैंटीन, अम्मा वाटर, अम्मा साल्ट (नमक), अम्मा फार्मेसी (दवाखाना), अम्मा सीमेंट, अम्मा लैपटॉप, अम्मा विजिटेबल्स इसके अलावा प्रचार के लिए अम्मा ने मुफ्त में अम्मा पंखे, जूसर और मिक्सर ग्राइंडर जैसे इलेक्ट्रानिक सामान भी बांटे थे.

अब अखिलेश की बारी
अम्मा की राह चल रहे अखिलेश ने भी सपा के घोषणा पत्र में तमाम लोकलुभावनी योजनाओं की घोषणा की है.

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समाजवादी स्मार्टफोन, समाजवादी लैपटॉप, समाजवादी एंबुलेंस, समाजवादी पेंशन, समाजवादी निधि, लोहिया आवास, लोहिया ग्रामीण बस सेवा, सपा किसान कोष, कामधेनु डेयरी योजना, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग योजना, जनेश्वर मिश्र ग्राम योजना, किसान दुर्घटना बीमा योजना, मजदूरों को रियायती दर पर खाना, गरीबों को निशुल्क गेहूं, गरीब महिलाओं को निशुल्क कुकर, कन्या विद्या धन, 100 यूपी, 1090 महिला हेल्पलाइन, एयरपोर्ट पर एयर एम्बुलेंस, ओल्ड एज होम, एनिमल एंबुलेंस, महिलाओं को बस में आधा किराया, कुपोषित बच्चों को 1 किलोग्राम घी और 1 डिब्बा दूध और स्टार्टअप योजना जैसी तमाम बातें अखिलेश ने अपने घोषणा पत्र में शामिल कीं.

अखिलेश 'भैया' तो जयललिता 'अम्मा'
जयललिता को तमिलनाडू में लोग अम्मा के नाम से भी पुकारते हैं तो यूपी में अखिलेश को टीपू भैया बुलाया जाता है. अम्मा को लोग देवी तुल्य मानते हैं, लोग उनके पैरों में गिरकर आशीर्वाद लेते थे. अखिलेश की छवि संवेदनशील, विकासपरक और अपने विजन वाले नेता की है. पारिवारिक लड़ाई के बाद उनका कद बढ़ा है. प्रदेश की जनता उन्हें साफ छवि वाले टीपू भैया की नजर से देखती है.

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