
देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन में स्थित तबलीगी जमात के मरकज में हुए आयोजन में कोरोना मरीजों के मिलने के बाद हड़कंप मच गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार अब क्वारनटीन लोगों का फोन ट्रेस कर जांच करेगी.
सीएम केजरीवाल ने बुधवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, 'मैंने और एलजी साहब ने मिलकर फैसला लिया है कि ऐसे सभी लोग जिनको घर में रहने के आदेश दिए गए हैं, उनके कुछ दिन के फोन ट्रेस किए जाएंगे. जिससे पता चल सके कि वह अपने घर में रह रहे थे या नहीं.'
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि हमने मंगलवार को 11084 फोन नंबर पुलिस को दे दिए हैं, जिनको ट्रेस किया जाएगा कि वो लोग अपने घर में क्वारनटीन फॉलो कर रहे थे या नहीं. इसके अलावा आज यानी बुधवार को 14345 और फोन नंबर पुलिस को दे दिए जाएंगे.
कोरोना पर भ्रम फैलाने से बचें, आजतक डॉट इन का स्पेशल WhatsApp बुलेटिन शेयर करें
सीएम केजरीवाल ने कहा कि उन लोगों के नंबर ट्रेस किए जाएंगे जिनको सरकार ने आदेश दिया है कि आप अपने घर में रहेंगे और घर से बाहर नहीं निकलेंगे. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को अन्य लोगों के संपर्क में नहीं आने का आदेश दिया गया था, उनमें से कुछ लोग अभी भी सरकारी आदेश को नहीं मान रहे हैं. वह बाहर निकल जाते हैं, जिसकी वजह से और लोगों को कोरोना संक्रमण का खतरा है.
पुलिस की ट्रेसिंग रिपोर्ट में जिन लोगों का पता चलेगा कि वो आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ट्रेसिंग के जरिए इस बात का अंदाजा लगाया जाएगा कि वह बाहर कितनी दूर तक निकले और कितने लोगों के टच में आए.
केजरीवाल का ऐलान- कोरोना का इलाज करते किसी स्वास्थ्यकर्मी की जान गई तो देंगे 1 करोड़
बता दें कि मरकज को खाली कराने में प्रशासन को पूरे 36 घंटे लग गए. इस दौरान 2300 से ज्यादा लोग निकाले गए हैं, जिनमें से कई लोग कोरोना के संदिग्ध हैं. सीएम केजरीवाल ने कहा कि मरकज से 2346 लोगों को निकाला गया है, जिसमें से 1800 से ज्यादा लोग क्वारनटीन में हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में स्थिति नियंत्रण में नजर आ रही है.
कोरोना पर फुल कवरेज के लिए यहां क्लिक करें