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एलजी की बैठक में शामिल हुए केजरीवाल, अब मिलकर लड़ेंगे मच्छर से

दिल्ली के एलजी नजीब जंग ने बुधवार को डेंगू और चिकनगुनिया के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई. खास बात ये रही कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इस बैठक में शामिल हुए.

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हुई बैठक सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हुई बैठक
कपिल शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 05 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 6:31 PM IST

दिल्ली के एलजी नजीब जंग ने बुधवार को डेंगू और चिकनगुनिया के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई. खास बात ये रही कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इस बैठक में शामिल हुए.

 

ये बैठक सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के बाद हुई थी, जिसमें एलजी से सभी विभागों और सरकार के लोगों के साथ मीटिंग कर डेंगू और चिकनगुनिया से निपटने के लिए चलाए जा रहे इंतज़ामों की समीक्षा करने के लिए कहा गया था. इसी के लिए एलजी ने दिल्ली सरकार के साथ ही तीनों एमसीडी और भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अफसरों की मीटिंग बुलाई.

 

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अफसरों के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी शामिल हुए. इस बैठक में खासतौर पर इस मु्द्दे पर चर्चा हुई कि दिल्ली में पैर पसार चुके डेंगू और चिकनगुनिया को कैसे रोका जाए. बैठक में शामिल सभी विभागों ने अपने अपने एक्शन प्लान को पेश किया और अभी तक किए गए इंतज़ामों की जानकारी दी.

एमसीडी के तीनों कमिश्नर भी इस बैठक में शामिल होने पहुंचे और मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए किये जा रहे इंतजामों और उपायों की जानकारी दी. एमसीडी के तरफ से बताया गया कि ब्रीडिंग रोकने के लिए क्या तरीके अपनाए जा रहे हैं और उनमें कितनी तेज़ी लायी गई है.

हालांकि अरविंद केजरीवाल बैठक के बाद बिना मीडिया से बात किए ही निकल गए. दिल्ली के स्वास्थ्यमंत्री सत्येंद्र जैन ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि बैठक में किस तरह से बीमारियों पर काबू पाया जाए और बीमारों की इलाज किसतरह मुहैया कराया जाए, इस बात पर चर्चा की गई. अस्पतालों को हर स्थिति से निपटने के लिए कहा गया है, साथ ही हिदायत दी गई है कि किसी भी मरीज़ को अस्पताल में इलाज देने से इनकार न किया जाए. साथ ही अब हर सप्ताह दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया के हालात की समीक्षा की जाएगी. जिसमें दिल्ली की तमाम एजेंसियों से जुड़े प्रमुख लोग शामिल होंगे.

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सत्येंद्र जैन ने एक बार फिर दावा किया कि अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं, लेकिन बुखार से पीड़ित हर व्यक्ति का दाखिला नहीं दिया जा सकता, जब तक कि डाक्टर को न लगे की मरीज़ को भर्ती करने की ज़रूरत है. अब कोर्ट के आदेश के बाद ही सही कम से कम एलजी और दिल्ली के मुख्यमंत्री के बीच मीटिंग तो हुई. इस मीटिंग के बाद ये उम्मीद की जा रही है कि दिल्ली में काम कर रही तमाम एजेंसियों के बीच अब बेहतर तालमेल होगा और बीमीरियों पर सियासत के बजाए अब उनसे निपटने के लिए काम किया जाएगा.

बारिश ने फिर बढ़ाया खतरा
दिल्ली सरकार ने कहा है कि पिछले एक सप्ताह के दौरान अस्पतालों से जो आंकड़ें मिले हैं, उसके मुताबिक अब चिकनगुनिया का असर कुछ कम होता नज़र आ रहा है. हाईलेवल मीटिंग में अस्पतालों की तरफ से दी गई जानकारी साझा की गई, जिसमें कहा गया है कि पिछले एक सप्ताह के दौरान तुलनात्मक रूप से अस्डेंपताल पहुंचने वाले डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज़ों की तादाद में कमी आयी है. इससे ये संकेत मिल रहे थे कि अब दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छर का प्रकोप कम हो रहा है. लेकिन सरकार इन आंकड़ों पर राहत ले पाती उसके पहले ही डाक्टरों ने चेता दिया है कि पिछले दो दिन में मौसम में जो बदलाव आया है और कई इलाकों में बारिश हुई है, उससे मच्छरों की ब्रीडिंग में तेज़ी आने की आशंका है, इसका सीधा से मतलब है कि एक बार फिर चिकनगुनिया लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है.

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मौसम मच्छरों के प्रतिकूल
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्यमंत्री सत्येंद्र जैन ने भी इस बात की पुष्टि की है. सत्येंद्र जैन के मुताबिक अब लग रहा था कि डेंगू और चिकनगुनिया का प्रभाव कुछ कम होगा, क्योंकि मौसम मच्छरों के प्रतिकूल हो रहा था. अस्पतालों के आंकड़ें भी तस्दीक कर रहे थे, लेकिन हाल ही के दिनों में हुई बारिश ने मच्छरों के लिए फिर ब्रीडिंग ग्राउंड पैदा कर दिया है. ऐसे में चिकनगुनिया के मरीज़ों में इजा़फा होने की आशंका है. लेकिन इस बार सरकार सतर्क है. सभी विभागों को मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए किए जा रहे इंतजा़मों में तेजी लाने के निर्देंश दिए गए हैं.

ब्रीडिंग चेक करने के काम में तेज़ी
हाल ही में हुई बारिश के बाद अब एमसीडी को ब्रीडिंग चेक करने के काम में तेज़ी लाने के साथ दवा के छिड़काव और फांगिग की मुहिम चलाने के लिए कहा गया है. साथ ही लोगों में जागरुकता लाने के लिए भी उपाय किए जा रहे हैं. एलएनजेपी अस्पताल के एमएस डॉ. जे एस पासी के मुताबिक अब स्थितियां एक बार फिर मच्छरों की ब्रीडिंग के लिए अनुकूल बन गई है. क्योंकि एक तो बारिश की वजह से तापमान में फर्क आया है, साथ ही बारिश का पानी जगह जगह जमा हो गया है, जिसमें लार्वा पैदा हो सकता है. इसलिए अब नई परिस्थितियों को ध्यान में रखकर अभियान चलाने की ज़रूरत है.

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