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अयोध्या पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का किया उद्घाटन

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ रविवार को अयोध्या पहुंचे. उन्होंने अयोध्या में मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का उद्घाटन किया. इस दौरान वह श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास से मणिराम दास छावनी में मुलाकात करेंगे.

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 23 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 5:11 PM IST

  • श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष से करेंगे मुलाकात
  • सीएम बोले- 500 वर्षों बाद प्राप्त हुआ है राम मंदिर का सौभाग्य

यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ रविवार को अयोध्या पहुंचे. उन्होंने अयोध्या में मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का उद्घाटन किया.  इस दौरान वह श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास से मणिराम दास छावनी में मुलाकात करेंगे.

सीएम योगी आदित्यनाथ सुग्रीव किला में आयोजित साकेतवासी स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य के बैकुंठ महोत्सव कार्यक्रम में शरीक हुए. उन्होंने जय श्रीराम के उद्घोष के साथ सभी को राम मंदिर निर्माण की बधाई दी और राम मंदिर के लिए संघर्ष करने वाले उन लोगों को भी याद किया जो इस दुनिया में नहीं हैं.

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उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण का यह सौभाग्य 500 वर्षों बाद प्राप्त हुआ है और ये हमारी पीढ़ी को प्राप्त हुआ है इसलिए सभी को बधाई. उन्होंने कहा कि कलयुग में जो सबसे बड़ा यज्ञ है, वो राम नाम संकीर्तन यज्ञ है और यही शाश्वत सत्य है, जिस का जप करने से सारी व्याधियों और मुश्किलें दूर हो जाती हैं.

सीएम ने कहा कि बिना किसी भेदभाव के लोगों की सेवा करना रामराज्य है. हम अयोध्या में भव्य दिवाली समारोह का आयोजन करते हैं. अयोध्या अब विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है. दिवाली पर हमने 5,51 000 दीयों से एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया. हमने गौ रक्षा के लिए कई योजनाएं भी शुरू की हैं. सरकार द्वारा संचालित गौशालाओं में 4 लाख से अधिक गाय हैं.

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बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का फैसला आने के बाद से देश-दुनिया की निगाहें इसी पर टिकी हुई हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे विकसित करने के लिए कई योजनाओं की घोषणाएं कर रखी हैं. मंदिर के निर्माण से पर्यटन को भी नई गति मिलने की पूरी उम्मीद है.

क्या है योजना

बहरहाल, राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से जुड़े पर्यटन विशेषज्ञ आचार्य मनोज दीक्षित ने बताया, "आने वाले लोगों की पर्यटकों व श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी, क्योंकि अब मंदिर को लेकर तनाव खत्म हो गया है. अभी यहां पर विशेष काम होना बाकी है. यहां पर्यटन को बढ़ाने के लिए कई जमीनी स्तर के काम किए जाने की जरूरत है. अभी यहां पर मुख्य लिंक ज्यादा मजबूत नहीं है. अयोध्या को पूर्वांचल पथ से जोड़ा जाए."

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उन्होंने, "अयोध्या-काशी फोर लेन यहां के पर्यटन के लिए काफी कारगर होगी. पर्यटकों के लिए कुछ नई ट्रेन चलाई जा सकती है. यहां पर कर्तनिया घाट से क्रूज चलाए जाने की बहुत ज्यादा संभावना है. आध्यात्मिक सांस्कृतिक के अलावा आर्थिक रूप से यहां का पर्यटन मजबूत हो सकता है."

गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए 5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में 15 सदस्यीय श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन की घोषणा की थी. इसमें सात सदस्य, पांच नामित सदस्य और तीन ट्रस्टी हैं. 9 नवंबर 2019 को विराजमान रामलला के पक्ष में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ट्रस्ट का गठन किया गया था.

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