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CM योगी का ऐलान- बुलंदशहर में मारे गए इंस्‍पेक्‍टर के परिवार को 50 लाख और सरकारी नौकरी

यूपी के बुलंदशहर में सोमवार को कथित गोकशी का विरोध कर रही भीड़ का शिकार बने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिवार को यूपी सरकार ने सरकारी नौकरी और 50 लाख का मुआवजा देने का ऐलान किया है.

मुख्‍यमंत्री आदित्‍यनाथ योगी(फाइल-ANI) मुख्‍यमंत्री आदित्‍यनाथ योगी(फाइल-ANI)
राहुल झारिया
  • बुलंदशहर,
  • 04 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:41 AM IST

यूपी के बुलंदशहर में सोमवार को कथित गोकशी का विरोध करने वाली भीड़ ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की जान ले ली. घटना के बाद बुलंदशहर में तनाव है. यूपी पुलिस ने घटना पर आक्रोश और दुख व्यक्त किया है. इसके बाद प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है. 

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देर शाम सीएम योगी ने पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की पत्नी को 40 लाख रुपये और माता-पिता को 10 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की बात कही है. मंगलवार सुबह 10 बजे के करीब सुबोध कुमार की श्रद्धांजलि सभा की जाएगी.

उत्‍तर प्रदेश सरकार ने मृतक इंस्पेक्टर के आश्रित परिवार को असाधारण पेंशन और परिवार के एक सदस्य को आश्रित के तौर पर सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया है.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कथित तौर पर गोकशी को लेकर हुए उपद्रव में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध समेत 2 लोगों की मौत हो गई. इस हिंसा में सीओ समेत कुछ पुलिसकर्मी जख्मी भी हुए हैं. यह हिंसा ऐसे वक्त हुई है जब इलाके में तीन दिन से चल रहे मुस्लिम समुदाय के इज्तिमाका समापन था.

पुलिस के मुताबिक, इलाके में प्रतिबंधित मवेशी काटने की अफवाह फैली, जिसके बाद आसपास के कई गांव से लोग चिंगरावठी चौकी तक पहुंच गए. गोकशी का विरोध कर रहे लोगों ने यहां जमकर तांडव मचाया. पत्थरबाजी और फायरिंग भी की गई. भीड़ को समझाने का प्रयास कर रहे इंस्पेक्टरसुबोध कुमार निशाना बन गए. पहले उन्हे गोली मारी गई. इसके बाद उन्हें अस्पताल भी नहीं ले जाने दिया गया.

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कुछ वक्‍त पहले ही बुलंदशहर ट्रांसफर हुआ था

जानकारी के मुताबिक, इंस्पेक्टर सुबोध सिंह ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी में अपने परिवार के साथ रहते थे. पार्क एवेन्यू अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर एफ-502 में करीब 2 साल से रहते थे. कुछ समय पहले ही उनका ट्रांसफर बुलंदशहर हुआ था. फिलहाल उनके घर पर कोई मौजूद नहीं है. इस सूचना के बाद सभी बुलंदशहर के लिए रवाना हो गए.

बताया जा रहा है कि सुबोध कुमार बिसाहड़ा कांड के वक्त यहां तैनात थे. मांस को घटनास्थल से लैब तक पहुंचाने में सुबोध की बड़ी भूमिका मानी जाती है. मौके से उस मांस के सैंपल को सुबोध सिंह ने ही जब्‍त करवाया था.

सिर में गोली लगने से मौत की पुष्‍ट‍ि

बुलंदशहर के जिलाधिकारी अनुज झा ने बताया है कि सुबोध कुमार की मौत गोली लगने से हुई है. अनुज झा के मुताबिक, 'डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि सुबोध कुमार की मौत सिर में गोली लगने से हुई है.' वहीं, दूसरी तरफ इस हिंसा में एक युवक सुमित की भी मौत हो गई है.

अखलाक मॉब लिंचिंग मामले में जांच अधिकारी रहे थे सुबोध

जिलाधिकारीके मुताबिक, सुबोध कुमार और सुमित की हत्या की जांच की जा रही है. जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि दादरी के विसाहड़ा में अखलाक मॉब लिंचिंग मामले में सुबोध कुमार जांच अधिकारी रहे थे. कहीं बदले की भावना से उनकी जान न ली गई हो इसकी भी जांच की जा रही है.

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