
उत्तर प्रदेश में घटते लिंगानुपात पर प्रभावशाली ढंग से रोक लगाने के उद्देश्य से योगी सरकार ने शनिवार को मुखबिर योजना की शुरूआत की, जिसके तहत बेटियों को जन्म लेने से रोकने वालों पर कड़ी कार्रवाई का प्रावधान किया गया है. इस योजना के तहत ऐसे व्यक्तियों और संस्थाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करके उन्हें कानून के शिकंजे में लाया जाएगा, जो तकनीक का दुरुपयोग भ्रूण का लिंग पता लगाने के लिए करते हैं और बेटियों को जन्म लेने से पहले ही कोख में मार देते हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि घटता हुआ लिंगानुपात आज समाज की एक ज्वलंत समस्या है. इसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार की ओर से मुखबिर योजना का शुभारम्भ किया गया है. घटते लिंगानुपात को रोकने के लिए जागरूकता के साथ ही कानून की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेटियों पर होने वाले भेदभाव को समाप्त करने और बेटियों को उनका हक दिलाने के लिए बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना शुरू की.
योगी ने कहा कि लिंग परीक्षण करके बालिका भ्रूण हत्या रोकने का कार्य जन सहयोग के बिना संभव नहीं है. इसके लिए राज्य सरकार ने मुखबिर योजना शुरू की है. इसके तहत लिंग का पता लगाने और विशेष लिंग की भ्रूण हत्या के अवैध कार्य में संलिप्त व्यक्तियों, केन्द्रों, संस्थाओं की गोपनीय रूप से जांच की जाएगी और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
योगी ने कहा कि इस योजना के माध्यम से भ्रूण हत्या के संबंध में जनता से गोपनीय रूप से सूचना प्राप्त की जाएगी. ऐसे व्यक्तियों और संस्थाओं के विरुद्ध कार्रवाई करके उन्हें कानून के शिकंजे में लाया जाएगा, जो तकनीक का दुरुपयोग भ्रूण का लिंग पता करके बेटियों को जन्म लेने से रोक रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुखबिर योजना में आम जनता का सहयोग प्राप्त होने से उन चिकित्सकों में भय पैदा होगा, जो बेटियों को जन्म से पहले भी कोख में मार देते हैं. इस योजना के क्रियान्वयन होने से घटते लिंगानुपात पर प्रभावी ढंग से रोक लगेगी.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ जनपदों में लिंगानुपात बहुत कम है. वहां पर लघु फिल्म, लघु नाटक, गोष्ठियों आदि कार्यक्रमों के जरिए जनजागरूकता अभियान चलाया जाए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं एवं बालिकाओं को पूरी सुरक्षा देने के साथ-साथ उनके सामाजिक और आर्थिक सशक्तीकरण के लिए कृतसंकल्प है. कोई भी समाज बिना महिलाओं के योगदान के विकास नहीं कर सकता. प्रदेश सरकार ने महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो दस्ता गठित करने जैसे कई प्रभावी कदम उठाए हैं.