
उत्तर भारत में गर्मी का सितम अब इस कदर बढ़ता चला जा रहा है कि आम इंसान के अलावा गर्मी भगवान को भी सताने लगी है. भक्त और भगवान को भावनाएं ही जोड़ती हैं और भीषण गर्मी से त्रस्त भक्त भी अपने भगवान के लिए एयर कंडीशनर, पंखा और यहां तक कि चढ़ावे में कोल्ड ड्रिंक का भोग भी लगा रहे हैं. धर्म की नगरी काशी में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला.
भगवान के दरबार में कोल्ड ड्रिंक की बोतलें और चॉकलेट चढ़ावे के लिए रखी दिखीं. धर्म की नगरी काशी में भगवान शिव के आठ रूपों में से एक बाल स्वरूप बाबा बटुक भैरव का मंदिर जब लॉकडाउन के दौरान आम श्रद्धालुओं के लिए बंद है तो वहीं मंदिर के सेवक और पुजारी कोल्ड ड्रिंक और चॉकलेट्स चढ़ा रहे हैं. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि गर्मी पूरे चरम पर है और वाराणसी का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा पहुंचा है.
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बाबा बटुक भैरव दरबार के एक सेवक विश्वजीत बागची ने बताया कि बाबा बटुक भैरव के लिए एयर कंडीशनर, पंखा और एग्जॉस्ट फैन लगाया गया है. इन दिनों बनारस का तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच चुका है. जिसकी वजह से सभी मंदिरों में ठंडक के लिए व्यवस्था की गई है. लॉकडाउन के चलते मंदिर बंद हैं, लेकिन बाबा की सेवा अनवरत मंदिर के महंत और थोड़ी सी छूट मिलने पर मंदिर में आने वाले सेवकों द्वारा की जा रही है.
बाबा बटुक भैरव शिवजी के बाल स्वरूप हैं और इनको सभी तामसी चीज अंडा, मांस, मछली, शराब तक भोग लगाया जाता है. जिस तरह आम दिनों में चॉकलेट और टॉफी श्रद्धालु चढ़ाते हैं वैसे ही गर्मी में बटुक भैरव को कोल्ड ड्रिंक चढ़ाई जाती है. ऐसा हर बार भीषण गर्मी में किया जाता है ताकि बाबा ठंडे रहें और अपना आशीर्वाद बनाये रखें.
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एक अन्य सेवक राजेश ने बताया कि बनारस में गर्मी बहुत ज्यादा पड़ रही है. उसी गर्मी से बाबा को राहत पहुंचाने के लिए सभी तरह की ठंडी चीजें और पेय पदार्थ, कोल्ड ड्रिंक बाबा को अर्पित किया जा रहा है. बच्चों को पसंद आने वाली चीजें बाबा बटुक भैरव को चढ़ाई जाती हैं, जिसके बाद फिर वापस भक्तों या फिर बच्चों में इसका वितरण कर दिया जाता है.
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